सपा-रालोद गठबंधन पर योगी के मंत्री ने कही ये बात, सपा नहीं देगी सीटें

सपा अब उनको अधिक सीटें देने के मूड में नहीं दिख रही है

लखनऊ. शुक्रवार को पीएम मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद यूपी की सियासत में हलचल मच गया है. जो 2022 के चुनाव को लेकर काफ़ी महत्वपूर्ण है. शनिवार को रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी की जनसभा में लगभग 70 फीसदी मुसलमान थे, फिर भी जयंत ने जनसभा की शुरुआत राम राम से की. यह भी देखा गया कि उन्होंने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ गठबंधन को लेकर भी सही जवाब नहीं दिया. जानकारी के मुताबिक  किसान बिल वापस होने के बाद सपा अब उनको अधिक सीटें देने के मूड में नहीं दिख रही है.

कर दिया विपक्षी पार्टियों को बेरोज़गार

आपको बता दे कि इस मौके पर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों की वापसी के फैसले ने विपक्षी पार्टियों को बेरोज़गार कर दिया है. वो सिर्फ़ अपने वोट बैंक के लिए गठबंधन जोड़ते और तोड़ते है, लेकिन पीएम मोदी के बड़े ऐलान के बाद अब आम जनता को भी लग रहा है कि वो सभी के बारे में सोचते हैं और संवेदनशील हैं. अब अखिलेश यादव को भी समझ में आने लगा है कि एक बड़ा मुद्दा उनके हाथ से निकल गया तो जयंत चौधरी के साथ गठबंधन में कोई फायदा नहीं है.

 गठबंधन पर कही ये बात

भाजपा के जयंत चौधरी के साथ गठबंधन की बात पर जय प्रताप सिंह ने कहा “हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले है. हमारा शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि किसको अपने साथ रखना है या नहीं रखना।हम सबके साथ और सबके विकास के नारे के साथ आगे बढ़ रहे है.” बता दे कि कृषि कानूनों की वापसी के बाद सियासत में बड़ा फेरबदल देखने के मिल सकता है.

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