जानिए क्यो योगी को भा गई राजनीति (योगी की माया हमको राज भाया)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस वक्त अपने नए मंत्रिमंडल की चर्चा को लेकर काफी व्यस्त हैं, मगर वहीं दूसरी तरफ योगी आदित्यनाथ की राजनीति को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं काफी तेज है, अब आप यह सोच रहे होंगे कि यह चर्चा क्यों हो रही है, तो आपको बता दें कि यह चर्चा योगी आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर राजनीतिक गलियारों में तेज हो गई है, अब आप सोच रहे होंगे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी पर आखिर इसकी इतनी चर्चा क्यों हो रही है, तो आपको बता दें चर्चा इस वजह से हो रही है कि
विशेष सूत्रों की मानें तो इस वक्त बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, नया मंत्रिमंडल बनना है नए मंत्रिमंडल में नए लोगों को मौका मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नजर लगाए बैठे नेताओं को एक बार फिर से लग रहा है कि उनका भी मौका इस बार उस कुर्सी पर बैठने का लग सकता है, अगर इस बार मंत्रिमंडल फेरबदल में मौका नहीं लगा तो 2022 के चुनाव के बाद लग जाएगा
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वहीं दूसरी तरफ योगी विरोधियों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ तो सन्यासी व्यक्ति हैं उनको राज पाठ से क्या लेना देना, यह कहकर लगातार योगी की विरोधी योगी के ऊपर तंज कसते नजर आ रहे हैं।
फिलहाल बीजेपी की अंदर की हलचल की बात करें तो, हलचल यह है कि दिल्ली से आए अरविंद कुमार शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य योगी आदित्यनाथ की कुर्सी के लिए अभी भी खतरा बने हुए हैं, फिलहाल योगी आदित्यनाथ के लिए यह भी चर्चाएं तेज हो गई है की 22 के चुनाव के बाद उन्हें केंद्र की राजनीति की तरफ भेजा जा सकता है वह भी राज्यसभा द्वारा।
फिलहाल तो अभी योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी के चेहरे अब देखना यह होगा कि यह जो चर्चाएं और हवाएं बीजेपी के गलियारों में लगातार बढ़ती चली जा रही है क्या इस पर पूर्ण विराम लगेगा या फिर यह हवाएं और चर्चाएं कुछ बदलाव करेंगी, मगर लगभग तय हो गया है कि योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल का विस्तार एक बार फिर से जल्द होने जा रहा है, शायद इसी वजह से राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि योगी को भा गई राजनीति (योगी की माया हमको राज भाया), फिलहाल सबकी निगाहें अब भविष्य पर टिकी हुई है, हाईकमान का फैसला लेता है