सीएम योगी आदित्यनाथ के गौरक्षपीठ में कोराना वायरस के मद्देनजर हुआ यज्ञ

कोरोना वायरस में पूरी दुनिया में कहर बरपाया हुआ है। ऐसे में देश और प्रदेश वन में भी इस वायरस से बचने के लिए तमाम तरह के उपाय किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरक्षपीठ में भी यज्ञ का आयोजन किया गया। कोरोना वायरस से वातावरण को बचाने और शुद्ध रखने के लिए गोरखनाथ मंदिर में पुजारियों ने यज्ञ की आहुति दी।

गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी बाबा कमलनाथ के नेतृत्व में गोरखनाथ मंदिर में यज्ञ का आयोजन किया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच वातावरण की शुद्धि के लिए मंदिर के मुख्य पुजारी बाबा कमलनाथ के नेतृत्व में यज्ञ की आहुति दी गई। इस अवसर पर पुजारी वेद आचार्य रामानंद त्रिपाठी ने कहा कि यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है। अन्य मंदिरों और घरों में भी उन्होंने यज्ञ करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से मंत्रों का उच्चारण कर यज्ञ के माध्यम से वातावरण को शुद्ध करने के साथ कोराना जैसे वायरस को भगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी ऐसी आपदाएं आएंगे जब गोरखनाथ मंदिर में यज्ञ की आहुति दी गई है।

गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि हर आपदाओं और ऐसे लोगों पर जब देश को जरूरत होती है, तो गोरखनाथ मंदिर पेट प्रमुखता से आगे रहती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना भारत को लेकर बहुत ही गंभीर है। ऐसे में यज्ञ की आहुति देना, इसमें कोई बुराई नहीं है। अन्य मंदिरों और घरों में भी लोगों को यज्ञ करना चाहिए, जिससे वातावरण शुद्ध हो सके और ऐसी महामारी से हम सभी निपट सकें।

कोरोना वायरस से बचने के लिए गोरखनाथ मंदिर में यज्ञ किया जा रहा है। पूरा देश और प्रदेश जहां इस महामारी से बचने के लिए तमाम उपाय अपना रहा है। वहीं गोरखनाथ मंदिर में वातावरण को शुद्ध करने के लिए यज्ञ किया जा रहा है। गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी बाबा कमलनाथ के नेतृत्व में यज्ञ की आहुति दी जा रही है। वहीं वेद आचार्य रामानंद त्रिपाठी के नेतृत्व में संस्कृत विद्यालय के शिष्य मंत्रों का उच्चारण कर रहे हैं. जिसे कोरोना वायरस को जड़ से खत्म किया जा सके।

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