हिंदुत्ववादी बनकर चुरा रहा था महिलाओं के अंडर गारमेंट का डेटा

 

 

mobile addiction
राजस्थान:आजकल इंटरनेट के जमाने में कुछ भी कुछ भी संभव है जहां एक तरफ लोग इससे काफी जानकारियां मिल रही हैं पूरे देश और दुनिया से जुड़ने का मौका मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ हैकर्स इसका फायदा उठा रहे हैं।आए दिन ऐसी घटनाएं सुनने में आ रही है कि लोगों का डेटा हैक हो रहा है। ऐसे ही एक घटना सामने आई है जिसमें ऑनलाइन लेडीज अंडरगारमेंट बेचने वाली कंपनी जिवाम की वेबसाइट हैक कर उसने महिलाओं के मोबाइल नंबर, एड्रेस, जन्मतिथि, ईमेल आईडी और अंडर गारमेंट का साइज तक है। अपने हैकर साथियों के साथ मिलकर ना केवल डाटा चुराया बल्कि कंपनी को पैसे देने के लिए ब्लैकमेल कर रहा था।

यह डाटा केवल जोधपुर ,जयपुर या राजस्थान का नहीं बल्कि पूरे देश का है। इस घटना में सबसे ज्यादा चौका देने वाली बात यह है कि हैकर ने खुद डाटा के स्क्रीनशॉट ट्विटर पर डाले और दावा किया कि किसी ने भारतीय हिंदू महिलाओं डेटा चुराकर मुस्लिम देशों में बेच रहा है।
इसमें कहा गया कि आपकी कंपनी की लापरवाही और सिस्टम की कमजोरी के कारण लाखों हिंदू महिलाओं का डेटा उठा लिया है। इसके साथ ही धमकियां देते हुए कंपनी से रुपयों की डिमांड भी की गई।
इस बीच जिवामी कंपनी ने राजस्थान SOG के सायबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत देकर बताया कि उनकी कंपनी लेडीज अंडरगार्मेंटस का ईकॉमर्स व्यापार करती है। जयपुर में भी कंपनी का शोरूम है। इस कंपनी की देश भर में 92 लाख महिलाएं ऑनलाइन ग्राहक हैं। 24 अप्रैल को कंपनी के ऑफिशियल मेल आईडी पर एक शख्स ने मेल कर बताया कि उसने हमारे कंपनी सर्वर को हैक करके 92 लाख महिला ग्राहकों में से 15 लाख का डेटा चोरी कर लिया है।

इस पर कंपनी ने ध्यान नहीं दिया तो इसके बाद 16 मई 2023 को दोपहर 12 बजकर 41 मिनट पर @Cyber_Huntss नाम के ट्विटर अकाउंट से ट्‌वीट किया गया कि- हमारी कंपनी से 15 लाख हिंदू महिलाओं का डेटा चोरी हो गया है और उस डेटा को इस्लामिक देशों व मुस्लिमों को बेचा जा रहा है।
इसके बाद 24 मई को कंपनी की मेल आईडी पर एक दूसरे मेल आईडी से मेल रिसीव हुआ।
कंपनी ने SOG को बताया कि @Cyber_Huntss नाम के ट्विटर प्रोफ़ाइल से कंपनी का डेटा चुराकर ब्लैकमेल किया जा रहा है और इंटरनेट पर इसे हिंदू-मुस्लिम एंगल देकर साम्प्रदायिक सौहार्द भी बिगाड़ा जा रहा है। इन हरकतों से कंपनी की छवि को भी नुकसान हो रहा है।
CI पूनम कुमारी ने बताया कि पड़ताल में ये भी पता चला है कि हैकर्स ग्रुप ने एक कंपनी को ब्लैकमेल कर 1500 डॉलर भी वसूले थे।
इनमें से करीब एक हजार डॉलर संजय सोनी के खाते में भी जमा हुए हैं। वहीं बाकी 500 डॉलर दूसरे आरोपी के खाते में जमा हुए हैं।

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