मौत के बाद भी जगदानंद सिंह की भाभी और पूर्व मंत्री अनीता देवी की सास के नाम जारी हो रही पेंशन

विधानसभा पेंशन घोटाला पार्ट-2:

बिहार विधानसभा कार्यालय से जारी माननीयों की पेंशन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आ रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां और बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन की मां के नाम से जारी पेंशन के बाद भास्कर आज 4 ऐसे आश्रितों के नाम एक बार फिर सामने ला रहा है, जिनकी मौत पहले ही हो चुकी है, लेकिन वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी उनके नाम से पेंशन जारी हो रही है। यह खुलासा RTI से मिली जानकारी से हुआ है।

इसमें RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बड़े भाई की पत्नी, नोखा से विधायक अनीता देवी की सास, स्व. रामनारायण राम की पत्नी और स्व. शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव की पत्नी का नाम शामिल है।

बता दें, इससे पहले 28 सितंबर को भास्कर ने बिहार विधानसभा कार्यालय से मृत आश्रितों को पेंशन देने का मामला उजागर किया था। तब अपनी पड़ताल में हमने 5 मृत आश्रितों के नाम से पेंशन जारी रहने का खुलासा किया था।

20 साल पहले हुई मौत, पेंशन अब भी जारी

जगदानंद सिंह के बड़े भाई थे सच्चिदानंद सिंह। सच्चिदानंद सिंह प्रभावशाली नेताओं में से एक थे और कहा जाता है कि उन्हीं की राजनीतिक विरासत आज उनके भाई जगदानंद सिंह और भतीजे सुधारक सिंह संभाल रहे हैं। सुधारक सिंह ने बताया- “बड़े चाचा सच्चिदानंद सिंह की पत्नी सरस्वती देवी की मौत 20 साल पहले हो चुकी है, लेकिन बिहार विधानसभा कार्यालय के मुताबिक उन्हें अब भी 37,500 पेंशन प्रतिमाह दी जा रही है।’

इसी तरह से RJD की नोखा से विधायक और पूर्व मंत्री अनीता देवी की सास सुकरा देवी की मौत 2007 में हो चुकी है। सुकरा देवी को अनीता देवी के ससुर जंगी चौधरी के आश्रित के तौर पर पेंशन दी जा रही है। खुद अनीता देवी के मुताबिक, उनकी सास की मौत 14 साल पहले हो चुकी है। विधानसभा कार्यालय के मुताबिक, उन्हें 46,500 पेंशन प्रतिमाह मिल रही है।

RTI से दी गई जानकारी में हुआ खुलासा।

अजब खेल, पत्नी है नहीं, लेकिन आश्रित के तौर पर पत्नी को मिल रही पेंशन

बिहार विधानसभा कार्यालय के मुताबिक, पूर्व विधायक रामनारायण राम की आश्रित के तौर पर उनकी पत्नी गीता देवी को हर महीने पेंशन मद में 46,500 रुपए खाता में दिया जा रहा है। रामनारायण राम बक्सर के राजपुर से विधायक थे। उनके भतीजे और दत्तक पुत्र विश्वनाथ राम के मुताबिक, चाचा स्व. रामनारायण राम की पत्नी जिंदा नहीं हैं। इतना ही नहीं, उनकी शादी बचपन में ही हुई थी और फिर वह कभी ससुराल नहीं आईं। इस बात खुलासा करनेवाले विश्वनाथ राम अभी राजपुर सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। रामनारायण राम 1985 से लेकर 1995 तक विधायक थे और उनकी मौत 2016 में हो गई है। वहीं, पटना मध्य से विधायक और पटना के सांसद रहे पद्मश्री से सम्मानित शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव की पत्नी वीणा श्रीवास्तव की मौत साल 2020 में हो चुकी है, लेकिन उनके नाम से पेंशन जारी है।

मृत आश्रितों को पेंशन जारी करने के मामले में भास्कर ने बिहार विधानसभा कार्यालय से कई सवाल पूछे थे। ये सवाल हमने सीधे विधानसभा कार्यालय के लोक सूचना पदाधिकारी संजय कुमार से पूछा था। 20 दिन पहले जो सवाल हमने लिखित रूप से पूछे थे, उसका जवाब आज तक नहीं मिला है। भास्कर ने ये सवाल पूछे थे…

बिहार विधानसभा कार्यालय द्वारा RTI के तहत दी गई सूचना गलत है या सही?RTI के तहत दी गई सूचना में मृत लोगों का नाम पेंशन पानेवालों में कैसे है?आपके द्वारा दी गई जानकारी में स्व ठाकुर प्रसाद की पत्नी, स्व विमला कुमारी] जो पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मां हैं उनका नाम पेंशन पानेवालों की लिस्ट में कैसे है?आपके द्वारा दी गई जानकारी में स्व नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा की पत्नी मीरा सिन्हा, जो बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन की मां हैं, उनका नाम पेंशन पाने वालों की लिस्ट में कैसे है?पूर्व विधायकों और उनके आश्रितों को मरने के बाद भी कैसे पेंशन दी जा रही है?मृत आश्रितों को पेंशन देने के नाम पर कितनी राशि की गड़बड़ी हुई है?मृत आश्रितों को पेंशन की राशि भेजने के मामले में विधानसभा कार्यालय ने अब तक क्या कार्रवाई की है?

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