3 दिन से हो रही थी रेलवे के बड़े अधिकारी की तलाश.. नाले में मिला शव! कातिल कौन ? हैरान करने वाला मामला

महज 3 दिन पहले लापता घोषित किए गए रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, Chief Office Superintendent (COS), की शव मंगलवार सुबह एक नाले से बरामद हुई। वाराणसी के मोहनगर थाना क्षेत्र में मिली यह लाश पूरे प्रशासनिक विभाग में सनसनी फैलाने वाली है। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम को गहनता से जांचने की जिम्मेवारी उठाई है।

कब और कैसे किया गया अंतिम बार फोन?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, COS का मोबाइल शुक्रवार सुबह से बंद था। 5 जुलाई शाम के बाद से उन्होंने कोई जानकारियों भरा कॉल या मैसेज नहीं भेजा था। परिवार ने शनिवार को मोहनगर थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इस मामले ने रेलवे प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के बीच भी चिंता की लहर दौड़ा दी।

शव कहां मिली? पूरे इलाके में सर्च चली थी

शुक्रवार रात से मोबाइल बंद रहने और संपर्क ना मिलने पर रेलवे प्रबंधन ने सीआरएस (Crime Records Section) को सूचना दी। स्थानीय पुलिस ने मोहनगर थाने की टीम के साथ बीआरसी रोड, शिवपुर और नहर मार्ग तक सघन तलाशी अभियान चलाया। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे एक नाले के पास शव मिली—जिसे पुलिस ने पहचान पट्टिका और ड्रेस वेरिफिकेशन के बाद COS बताया।

जांच एजेंसियों की प्रतिक्रिया और फॉरेंसिक की तैयारी

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। मोहनगर थाने के एडीसीपी, फॉरेंसिक विशेषज्ञ, डॉग स्क्वाड और सीआरपीसी की Section 174 के तहत तीन दिन की गहन जांच शुरू की जा चुकी है।
डीएसपी (OM) ने बताया कि “पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज हमारे अगली प्राथमिकताएँ होंगी।”

क्या पूछताछ में कोई नई बात सामने आई?

पुलिस अब तक किसी हत्या के सुराग को लेकर मुख्त नहीं हुआ है।

मोबाइल लोकेशन और अंतिम कॉल के आधार पर जांच त्वरित गति पर है।

शव किस कॉल से निकला, किस वक्त तक चलने की रिपोर्ट्स जुटाई जा रही हैं।

नहर, नाला तक का रास्ता और आसपास के CCTV फुटेज पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।

रेलवे अधिकारी की हत्या की आशंका जताई जा रही है, लेकिन पुलिस इसे अधिकारियों की गुमशुदगी से हत्या तक के हर पहलू पर पूरी जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा, जिसमें हत्या या आत्महत्या सहित अन्य पहलुओं की पुष्टि होगी।

 

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