वाह रे यूपी पुलिस! 145 दरोगा रिव्यू में फेल.. नहीं ला सके 25 अंक, 50 से ज्यादा को FIR भी लिखना नहीं आती

उत्तर प्रदेश में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद वाराणसी पुलिस का पहली बार व्यापक परफॉर्मेंस रिव्यू किया गया। इस रिव्यू में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की अगुवाई में हुई इस समीक्षा बैठक में 589 सब-इंस्पेक्टर की कार्यप्रणाली की जांच की गई, जिनमें से 145 दरोगा न्यूनतम अंकों की सीमा तक नहीं पहुंच पाए। हैरान करने वाली बात यह रही कि 50 से अधिक दरोगा एफआईआर तक सही से नहीं लिख पा रहे हैं।

रिव्यू में फेल दरोगाओं का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक

पुलिस रिव्यू में 75 अंकों के कुल मानक में 145 दरोगा 25 अंक भी नहीं जुटा सके, यानी ये दरोगा पूरी तरह फेल रहे। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि इस परफॉर्मेंस के आधार पर ही पुलिसकर्मियों की भविष्य की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। कम अंक पाने वाले अधिकारियों को अब विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें अस्थायी रूप से पुलिस लाइन में अटैच किया गया है।

50 से अधिक दरोगा एफआईआर लिखने में असमर्थ

रिव्यू में यह भी सामने आया कि 50 से अधिक सब-इंस्पेक्टर एफआईआर तक सही से नहीं लिख पाते। ऐसे अफसरों की पहचान कर उन्हें अलग से ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा 100 दरोगा ऐसे भी हैं, जिनकी पब्लिक डीलिंग संतोषजनक नहीं पाई गई। इनकी कार्यशैली में सुधार के लिए अब फुट पेट्रोलिंग और नियमित परेड करवाई जाएगी।

6 दरोगा बने ‘स्टार परफॉर्मर’, मिलेगा पुरस्कार

रिव्यू में 75% से अधिक अंक हासिल करने वाले सब-इंस्पेक्टर को स्टार परफॉर्मर घोषित किया गया है। इनमें मंडुवाडीह थाने से राजदर्पण तिवारी और अमरजीत कुमार, रोहनिया थाने से विकास कुमार मौर्य, चेतगंज थाने की मीनू सिंह, कोतवाली थाने की निहारिका साहू और रामनगर थाने की अंशू पांडेय शामिल हैं। इन सभी अधिकारियों को सम्मानित किया जाएगा।

प्रतिदिन 10 दरोगाओं की काउंसलिंग

मोहित अग्रवाल ने कहा कि हर दिन 10 दरोगाओं की व्यक्तिगत काउंसलिंग की जाएगी। जिनकी परफॉर्मेंस में सुधार नहीं होगा, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य पुलिस तंत्र की कार्यक्षमता को बेहतर बनाना और जनता को प्रभावी सेवा देना है।

जुआ-सट्टा, हुक्का बार और स्पा सेंटर्स पर नकेल कसने का आदेश

क्राइम मीटिंग के दौरान पुलिस कमिश्नर ने थानेदारों को निर्देश दिए कि वे जुआ, ऑनलाइन सट्टा, हुक्का बार और स्पा सेंटर में चल रही अवैध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई करें। साथ ही स्टंटबाजों, काली फिल्म लगी गाड़ियों और शराब तस्करों पर भी सख्त एक्शन लिया जाए।

रात्रि गश्त और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी पर जोर

अपराध पर नियंत्रण के लिए बाजारों में रात्रि गश्त, वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी और फुट पेट्रोलिंग अनिवार्य करने को कहा गया है। पुलिस कमिश्नर ने चेतावनी दी कि कोई भी अफसर CUG फोन रिसीव न करने पर जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

महिला से अभद्रता करने वाले इंस्पेक्टर को SHO बनाया गया

पुलिस महकमे के आंतरिक फेरबदल में एक चौंकाने वाला निर्णय भी लिया गया। महिला से बदसलूकी और थाने से भगाने वाले इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार को मिर्जामुराद थाने का नया SHO बनाया गया है। प्रमोद को 29 दिसंबर 2024 को लाइन हाजिर किया गया था, और बाद में डायल-112 में तैनात किया गया था। अब उन्हें दोबारा SHO की जिम्मेदारी दी गई है।

जुए की शह देने वाले निरीक्षक लाइन हाजिर

क्राइम मीटिंग में निरीक्षक सुधीर कुमार त्रिपाठी को लाइन हाजिर किया गया है। उन पर आरोप है कि उनके क्षेत्र में जुए की गतिविधियों को बढ़ावा मिला और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि ऐसे अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।

वाराणसी पुलिस की कार्यशैली में लाने की कोशिश

इस रिव्यू का मुख्य उद्देश्य पुलिस की कार्यप्रणाली को पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है। जिन अफसरों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्हें सम्मानित किया जाएगा, जबकि लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। कमिश्नरेट प्रणाली के बाद यह एक मजबूत संदेश है कि अब कामकाज के आधार पर ही पहचान बनेगी।

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