CCTV में कैद हुआ भयानक मंजर: UP में करंट से तड़पता रहा छात्र, पर कोई नहीं आया बचाने! आखिर जिम्मेदार कौन – सिस्टम या बारिश?

आगरा के इंद्रपुरी क्षेत्र में शनिवार को हुई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया। जलभराव के बीच से गुजरते समय 21 वर्षीय छात्र प्रकाश को करंट लग गया। वह तड़पता रहा, लेकिन कोई उसकी मदद को नहीं पहुंचा। आखिरकार एक घंटे बाद बिजली काटी गई, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।

लाइब्रेरी जा रहा था छात्र, करंट ने खींच ली जिंदगी

मूल रूप से मथुरा के राया, खिरारी का रहने वाला छात्र प्रकाश प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए आगरा में इंद्रपुरी में किराए पर रह रहा था। शनिवार दोपहर वह अपनी नियमित दिनचर्या के अनुसार लाइब्रेरी जा रहा था। रास्ते में जलभराव था, और वहीं एक बिजली के पोल से करंट पानी में फैल रहा था। जैसे ही प्रकाश वहां से गुजरा, करंट ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।

टोरंट पावर की लापरवाही पर परिजनों का आरोप, GM और PRO पर केस

मृतक के पिता गजेंद्र सिंह ने न्यू आगरा थाने में दी गई तहरीर में साफ तौर पर टोरंट पावर कंपनी की लापरवाही को बेटे की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पोल में 11 हजार वोल्ट की लाइन थी, और लाइट काटने में एक घंटा लगा। इस दौरान कोई मदद के लिए नहीं आया।

तहरीर के आधार पर टोरंट पावर के तत्कालीन GM शैलेष देसाई, PRO भूपेंद्र कुमार और कंपनी को नामजद कर लापरवाही से मौत (IPC 304A) का केस दर्ज किया गया है।

CCTV फुटेज में कैद हुआ हादसा, लोग देखते रहे तमाशा

घटना का 6 मिनट 50 सेकंड का CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें देखा जा सकता है कि कैसे जलभराव में करंट लगने के बाद छात्र सड़क पर गिरकर तड़पता रहा। आसपास से गुजर रही गाड़ियाँ रुक जाती हैं, लेकिन कोई भी व्यक्ति पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता। यह दृश्य बेहद भयावह और पीड़ादायक है।

ACP का बयान: सबूतों के आधार पर होगी कार्रवाई

एसीपी हरीपर्वत विनायक भोसले ने बताया कि इस मामले में लापरवाही से मृत्यु की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है, जिसमें 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। पुलिस द्वारा साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। GM शैलेष देसाई वर्तमान में सेवानिवृत्त हो चुके हैं, फिर भी तहरीर में उनका नाम है।

परिवार की मांग: हो सख्त कार्रवाई और मुआवजा

प्रकाश के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि यदि समय पर बिजली काटी जाती, तो उनकी संतान की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई और उचित मुआवजा देने की मांग की है।

जिम्मेदार कौन? लापरवाही की कीमत एक जान

यह घटना न केवल टोरंट पावर की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि समाज की संवेदनहीनता को भी। जहां एक युवक मदद के लिए तड़पता रहा और लोग तमाशबीन बने रहे। अब देखना होगा कि कानून इस निर्दोष मौत को कितना न्याय दिला पाता है।

 

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