यूपी में अब वकीलों से भिड़ गया ये अफसर! तहसील में जमकर चले लात-घूंसे, देखें हैरान करने वाला Viral Video

मिर्जापुर जिले में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक राजस्व निरीक्षक और एक वकील के बीच सड़क पर विवाद और हाथापाई की स्थिति देखने को मिलती है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और आम जनता में चर्चा का विषय बना दिया है।
विवाद की शुरुआत
वीडियो की शुरुआत में साफ दिख रहा है कि राजस्व निरीक्षक और वकील के बीच अचानक बहस शुरू होती है। यह बहस गुस्से में तब्दील हो जाती है, जब निरीक्षक कुछ कहकर वकील पर टूट पड़ते हैं। पकड़े गए कुछ क्षणों में दोनों एक-दूसरे को घेरे दिखाई दे रहे हैं—जिससे साफ होता है कि यह मामला केवल जुबानी विवाद से कहीं आगे बढ़ चुका था।
वीडियो तेजी से हुआ वायरल
सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर यह वीडियो पलक झपकते ही वायरल हो गया। प्रत्येक ओर इस घटना को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटनास्थल शायद न्यायालय परिसर के पास या कोई सरकारी गली हो सकती है—जहाँ राजस्व निरीक्षक और वकील आमतौर पर संवाद करते हैं।
पुलिस और प्रशासन की करें कार्रवाई
स्थानीय अधिकारियों ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए तुरंत पुलिस को सक्रिय कर दिया। टकराव के बाद दोनों पक्षों को थाने तलब किया गया, और मामले की गंभीरता को देखते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है।
कानूनी और व्यावसायिक प्रभाव
राजस्व निरीक्षक की पदवी और वकील का पेशेवर रुतबा देखते हुए, प्रशासन ने मार्किंग की संभावित गड़बड़ी, तथा पेशेवर मर्यादा का उल्लंघन होने की संदेहास्पद स्थिति उत्पन्न की है।
संबंधित वकील से बार काउंसिल और राजस्व निरीक्षक से सरकारी विभाग द्वारा भी आंतरिक जांच की कोशिश की जाएगी।
अगले कदम और संभावित परिणाम
स्थानीय पुलिस पूरे वीडियो और संबंधित गवाहों की शिनाख्त में जुटी हुई है। शुरुआती जांच रिपोर्ट के आधार पर:
दोनों पक्षों के विचारों का रिकॉर्ड लिया जाएगा।
भीड़ जुटने या सार्वजनिक शांति भंग का कोई भी संकेत मिलने पर कानूनी कार्यवाही संभव है।
राजस्व प्रशासन और बैरिस्टर एसोसिएशन, दोनों के आधिकारिक बयान का इंतजार है।
मिर्जापुर की यह घटना स्पष्ट करती है कि सरकारी अधिकारी और कानूनी पेशेवर भी आम जनता की तरह सार्वजनिक स्थानों पर विवाद में पड़ सकते हैं। यह मामला प्रशासनिक शिष्टाचार, पेशेवर अनुशासन, और सार्वजनिक शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी की एक कड़वी याद दिलाता है। सोशल मीडिया पर इसकी फैलती हुई चर्चा प्रशासन के लिए भी सतर्कता की घंटी है।