Viral Video: यूपी में लेडीज पुलिस ही सुरक्षित नहीं ? नशे में धुत्त सिपाहियों की महिला थाना प्रभारी से बत्तमीजी, देखें..

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से पुलिस महकमे की छवि को धक्का पहुंचाने वाली एक शर्मनाक घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दो नशे में धुत सिपाही एक महिला थाना प्रभारी से सरेआम गाली-गलौज और अभद्रता करते नजर आ रहे हैं। वीडियो सामने आते ही विभाग में हड़कंप मच गया और एएसपी के आदेश पर दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
वायरल वीडियो में दिखा सिपाहियों का अशोभनीय बर्ताव
घटना 5 जुलाई की बताई जा रही है, जब महिला थाना प्रभारी रजनी वर्मा सादे कपड़ों में ड्यूटी पर जा रही थीं। रास्ते में उनकी गाड़ी को रास्ता नहीं मिलने पर उन्होंने मौजूद पुलिसकर्मियों से कार हटाने को कहा। इस पर सिपाही अनुज और रुधन ने उन्हें आम महिला समझते हुए गाली-गलौज और धमकी देना शुरू कर दिया। इस पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना लिया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
एएसपी ने दिखाई तत्परता, सिपाही तुरंत लाइन हाजिर
घटना की सूचना मिलते ही एएसपी ऋजुल ने वीडियो की पुष्टि की और तत्काल प्रभाव से दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। इसके बाद एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने भी स्पष्ट निर्देश देते हुए दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने इस घटना को पुलिस महकमे की गरिमा के खिलाफ बताया और सख्त कदम उठाने की बात कही।
महिला अधिकारी ने दिखाया साहस, दी तत्काल सूचना
थाना प्रभारी रजनी वर्मा ने इस घटनाक्रम के दौरान धैर्य और जिम्मेदारी का परिचय देते हुए तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। उन्होंने बताया कि दोनों सिपाही नशे में थे और आक्रामक भाषा का प्रयोग करते हुए धमकी दे रहे थे। यदि वह अपनी पहचान उजागर नहीं करतीं, तो स्थिति और बिगड़ सकती थी।
विभागीय जांच के आदेश, हो सकती है FIR
एसएसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। एएसपी ऋजुल को इस घटना की गहराई से जांच सौंप दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोनों सिपाहियों के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें निलंबित किया जाएगा। इसके साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए पुलिस विभाग में संवेदनशीलता और अनुशासन की ट्रेनिंग को और सख्त किया जाएगा।
https://twitter.com/NigarNawab/status/1942144287829065882
पुलिस महकमे की छवि पर गहरे सवाल
यह घटना पुलिस महकमे के अंदरूनी अनुशासन और कार्य संस्कृति पर गंभीर सवाल खड़े करती है। खासतौर पर जब पीड़िता खुद एक वरिष्ठ महिला अधिकारी हो, तब इस तरह की घटनाएं विभाग की साख को प्रभावित करती हैं। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने यह संदेश जरूर दिया है कि अनुशासनहीनता और महिला अधिकारियों के साथ अभद्रता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जवाबदेही और सख्ती जरूरी
बुलंदशहर की यह घटना बताती है कि पुलिस विभाग में आंतरिक अनुशासन बनाए रखने की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। महिला अधिकारियों की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा सिर्फ समाज से नहीं, बल्कि पुलिस बल के अंदर से भी होनी चाहिए। इस मामले में त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन जरूरी है कि ऐसे अधिकारियों पर कानूनी कार्यवाही भी की जाए, ताकि भविष्य में कोई और सिपाही ऐसा दुस्साहस न कर सके।