BJP की महिला नेत्री सांसद के पैरों पर गिरीं, वायरल वीडियो ने खोली भाजपा के भीतर की कलह! देखें..

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में भाजपा के अंदरूनी मतभेद और जातीय सियासत का एक और चौंकाने वाला चेहरा सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो अब प्रदेश की सियासत में हलचल मचा रहा है, जिसमें भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह राज्यसभा सांसद बृजलाल के पैरों पर गिरकर न्याय की गुहार लगाती दिख रही हैं। यह मामला सिर्फ भावनात्मक नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ दल के भीतर गहराती दरारों का प्रतीक बन गया है।

भाजपा विधायक पर महिला नेता के गंभीर आरोप

यह वीडियो सामने आने से पहले सहारनपुर के गंगोह क्षेत्र में गुर्जर समाज की नेता कोमल गुर्जर ने भाजपा विधायक किरत सिंह गुर्जर के खिलाफ महापंचायत बुलाई थी। कोमल ने आरोप लगाया कि विधायक ने उनके परिवार को झूठे मुकदमों में फँसाया, पुलिसिया दमन कराया और उन्हें समाज से अलग-थलग करने की साजिश रची।

महापंचायत में फूटा गुर्जर समाज का गुस्सा

गुर्जर समाज द्वारा बुलाई गई महापंचायत में भाजपा विधायक के खिलाफ आक्रोश खुलकर फूटा। आरोपों की झड़ी लगी और मांग की गई कि विधायक पर उत्पीड़न और साजिश का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस बीच प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और पुलिस को हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज तक करना पड़ा, जिसमें कई लोग घायल हो गए।

राज्यसभा सांसद के सामने फूट-फूटकर रोईं रिंकल सिंह

इस पूरे घटनाक्रम के बाद, भाजपा की ही महिला नेता रिंकल सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वे राज्यसभा सांसद @BrijLal_IPS के पैरों पर गिरकर रोते हुए इंसाफ की भीख माँगती हैं। वीडियो में वे कहती हैं कि पुलिस ने न केवल उनके साथ पक्षपात किया, बल्कि जिन लोगों ने उन पर हमला किया, उन्हें संरक्षण भी मिला।

भाजपा के भीतर की राजनीति पर उठे सवाल

वायरल वीडियो और महापंचायत ने यूपी भाजपा की अंदरूनी राजनीति को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सत्ता पक्ष में महिला नेताओं की भी कोई सुनवाई नहीं? क्या जातीय समीकरण भाजपा के अंदर ही विरोध का कारण बन रहे हैं?

विधायक किरत सिंह ने इन आरोपों को “राजनीतिक साजिश” बताया है, लेकिन वायरल वीडियो और सामाजिक आक्रोश यह दिखा रहे हैं कि मामला अब केवल व्यक्तिगत या राजनीतिक नहीं रहा — यह भाजपा के भीतर उठते असंतोष और महिलाओं की स्थिति पर भी सवालिया निशान है।

जांच के नाम पर लीपापोती या सच्चाई की तलाश?

एसपी ने मामले की जांच की बात कही है, लेकिन अभी तक न कोई FIR, न ही कोई स्पष्ट कार्रवाई सामने आई है। महिला नेत्री और समाज का गुस्सा इस ओर इशारा कर रहा है कि प्रशासन और पार्टी दोनों ही इस मामले को दबाने की कोशिश में हैं।

भाजपा के ‘अंदर’ की कलह, ‘बाहर’ हो गई उजागर

सत्तारूढ़ भाजपा जिस “सशक्त महिला” और “विकास के एजेंडे” की बात करती है, वह वीडियो के हर फ्रेम में बेबस दिख रही महिला नेता के पैरों में सिमटी नजर आई। वायरल वीडियो सिर्फ रिंकल सिंह की गुहार नहीं, बल्कि भाजपा संगठन के भीतर व्याप्त सत्ता के केंद्रीकरण, जातीय दबाव और महिला नेताओं की उपेक्षा की कहानी कहता है।

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