मुफ्त की रेवड़ी’ को लेकर छिड़ी बहस के बीच ओम प्रकाश राजभर का बयान, top 10 news

आरजेडी एमएलसी और बिहार के कानून मंत्री बने कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) ऊर्फ कार्तिक कुमार को लेकर सियासी बवाल जारी है.

लता मंगेशकर के नाम से अयोध्या में चौराहा बनाने का संतों ने किया विरोध

 

सुर साम्राज्ञी भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के नाम पर अयोध्या (Ayodhya) में बनने जा रहे चौराहे का विरोध शुरू हो गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Tirth Kshetra Trust) के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के आवास पर महंत कमलनयन दास के नेतृत्व में बैठक की गई. इस बैठक में अयोध्या के प्रमुख मंदिरों के महंत मौजूद थे. बैठक में तय किया गया कि नया घाट में स्वर्गीय लता मंगेशकर के स्मृति में बनाए जा रहे चौराहे का विरोध किया जाएगा. उस चौराहे का नाम रामानंद संप्रदाय के प्रमुख आचार्य जगद्गुरु रामानंदाचार्य (Ramanandacharya) के नाम पर रखे जाने की मांग की है.

 

लखीमपुर खीरी में चल रहा है किसानों का 75 घंटे का महाधरना, इन मांगों के लिए कर रहे हैं प्रदर्शन

 

यहां एक बार फिर किसान संगठन बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. लखीमपुर खीरी में किसानों ने 75 घंटे का महाधरना शुरू किया है. अनाज मंडी में होने वाला यह धरना 21 अगस्त तक चलेगा. इस प्रदर्शन में किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शन पाल, जोगेन्द्र उग्राहा, योगेंद्र यादव, मेधा पाटकर जैसे बड़े चेहरे शामिल होंगे.इस महाधरने में शामिल होने के लिए किसान देश के कोने-कोने से पहुंच रहे हैं.  किसानों की प्रमुख मांग तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन को खत्म किए जाने के लिए सरकार की ओर से किए गए वादों को पूरा करना है.

किन मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं किसान

तीन दिन के इस महाधरने में शामिल होने के लिए पंजाब और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सो से हजारों किसान लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं. तीन दिवसीय मोर्चे में शामिल किसानों के तीन दिन के इस महाधरने में किसान प्रदर्शनकारी किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने और तिकुनिया समझौते के तहत घायल हुए किसानों को 10 लाख का मुआवजा 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने के वादे को पूरा करने की मांग कर रहे हैं.

इसके अलाव किसानों की अजय मिश्र टोनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने और उनपर भी मुकदमा चलाने, एमएसपी पर गठित कमेटी का विरोध और 14 दिनों में गन्ना भुगतान और गन्ना किसानों का बकाया भुगतान सभी फसलों के लिए न्यूनमत समर्थन मूल्य, किसान आंदोलन में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, फसल खरीद केंद्र की संख्या बढ़ाने,किसानों की सिंचाई के लिए फ्री बिजली और वन विभाग की ओर से किसानों को दिए गए नोटिस रद्द कर सभी किसानों को उन जमीनों पर मालिकाना हक देने की मांग कर रहे हैं.

कार्तिकेय सिंह के मामले पर भड़के जीतन राम मांझी

आरजेडी एमएलसी और बिहार के कानून मंत्री बने कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) ऊर्फ कार्तिक कुमार को लेकर सियासी बवाल जारी है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने इसको लेकर हमला बोला है. बुधवार को उन्होंने इस मामले अपना भी उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि सरकार को इसके बारे में मालूम नहीं था. शायद पता होता तो कार्तिकेय सिंह को शपथ नहीं दिलाई जाती.

‘सरकार के संज्ञान में नहीं होगी ये बात’

अपना उदाहरण पेश करते हुए कहा कि जीतन राम मांझी ने भी शपथ ली थी. वारंट भी नहीं था. सिर्फ मुकदमा हुआ था और उसके बावजूद त्यागपत्र देना पड़ा था. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इस चीज को ढंग से समझते हैं. उनके संज्ञान, में सरकार के संज्ञान में ये बात नहीं हुई होगी, इसलिए कार्तिकेय सिंह ने शपथ ले ली है. जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि हम पर वारंट नहीं था. सिर्फ केस था. आठ घंटे के अंदर इस्तीफा देना पड़ा था.

सरकार बनने के बाद पहली बार लालू यादव से मिले सीएम नीतीश कुमार, गुलाब की भेंट

बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने राबड़ी देवी (Rabri Devi) के आवास पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद ये पहली मुलाकात है. नीतीश कुमार ने लालू यादव को गुलाब का फूल भेंट के तौर पर दिया. इस दौरान तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, मीसा भारती और विजय कुमार चौधरी मौजूद रहे. तेजस्वी यादव ने दोनों नेताओं के बीच की मुलाकात की तस्वीरें अपने ट्विटर पर शेयर की हैं.

बिहार के डिप्टी सीएम और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, ” आदरणीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री लालू यादव जी से मिलने पहुंचे.”

 

‘20 साल पुराना भयावह अतीत…’, दोषियों की रिहाई पर बोलीं बिलकिस बानो- बिना डर के चाहिए जीने का अधिकार

 

गुजरात में 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों की पीड़िता बिलकिस बानो ने बुधवार को कहा कि उनके और उनके परिवार के सात लोगों से जुड़े मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे 11 दोषियों की समय-पूर्व रिहाई ने न्याय पर उनके भरोसे को तोड़ दिया है. बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले के दोषी सभी 11 लोगों को भाजपा नीत गुजरात सरकार ने माफी नीति के तहत सजा माफी दे दी जिसके बाद 15 अगस्त को उन्हें गोधरा उप-कारागार से रिहा कर दिया गया.

सरकार के इस कदम की आलोचना करते हुए बिलकिस ने कहा कि ‘इतना बड़ा और अन्यायपूर्ण फैसला’ लेने से पहले किसी ने उनकी सुरक्षा के बारे में नहीं पूछा और नाही उनके भले के बारे में सोचा. उन्होंने गुजरात सरकार से इस बदलने और उन्हें ‘‘बिना डर के शांति से जीने’ का अधिकार देने को कहा. बिलकिस बानो की ओर से उनकी वकील शोभा द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘दो दिन पहले 15 अगस्त, 2022 को जब मैंने सुना कि मेरे परिवार और मेरी जिन्दगी बर्बाद करने वाले, मुझसे मेरी तीन साल की बेटी को छीनने वाले 11 दोषियों को आजाद कर दिया गया है तो 20 साल पुराना भयावह अतीत मेरे सामने मुंह बाए खड़ा हो गया.’’

 

‘मुफ्त की रेवड़ी’ को लेकर छिड़ी बहस के बीच ओम प्रकाश राजभर का बयान

आगामी लोकसभा के चुनाव को देखते हुए सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है. राजभर आज अंबेडकरनगर (Ambedkar Nagar) पहुंचे, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की. इस दौरान पत्रकारों ने जब उनसे फ्री की रेवड़ी को लेकर छिड़ी बहस पर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने इसका खुलकर समर्थन किया. राजभर ने कहा कि महंगाई की इस दौर में अगर जनता कुछ फ्री में दे दिया जाता है तो इसमें क्या बुराई हो सकती हैं.

मुफ्त की रेवड़ी पर क्या बोले ओम प्रकाश राजभर

ओमप्रकाश राजभर से जब पत्रकारों ने फ्री की रेवड़ी को लेकर सवाल किया तो राजभर ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लेते हुए उनकी सरकार में चलाई गई सरकारी योजनाओं का भी जिक्र किया. इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की घोषणाओं पर भी सहमति जताई. उन्होंने कहा कि अगर महंगाई से निजात दिलाने के लिए जनता को फ्री में कुछ दिया जा रहा है तो इसमें गलत क्या है.

 

नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के एलान से पहले जेपी नड्डा से मिले केशव प्रसाद मौर्य

अगले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) की तैयारियों में लगी यूपी बीजेपी (UP BJP) में बैठक और मुलाकातों का दौर तेज हो गया है. वहीं दूसरी ओर अब नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की चर्चा भी तेज हो रही है. इससे पहले संगठन में भी बदलवा कर सुनील बंसल (Sunil Bansal) की जगह धर्मपाल सिंह (Dharampal Singh) को जिम्मेदारी गई थी. इसी बीचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के अचानक दिल्ली जाने के अटकले तेज हो गई हैं. इसका कारण उनकी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात को बताया जा रहा है.

दरअसल, केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली में हैं. वहां उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. तस्वीरें शेयर करते हुए उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से आत्मीय भेंट कर उत्तर प्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण राजनीतिक विषयों पर चर्चा कर मार्गदर्शन और आशीर्वाद प्राप्त किया.”

 

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