जनता ने जिन्हें नकारा वही कर रहे गुमराह, फैला रहे भ्रम : योगी आदित्यनाथ

अयोध्या : आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के परिसर में तीन दिवसीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदेश सरकार के कृषि विभाग की ओर से आयोजित किसान मेले एवं कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रदेश सरकार के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही रहे।

किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच सौ वर्षों की लंबी पूर्वजों के सपने को नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में बीते 5 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी कर दिया है। अब अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन जाने के बाद अयोध्या पूरे विश्व के पटल में सबके सामने नए कलेवर के रूप में आएगी। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन भूमि स्थापित आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में

आयोजित किसान सम्मेलन एवं कृषि प्रदर्शनी निश्चित ही किसानों के चेहरे पर खुशहाली लाने की प्रतिबद्धता को दोहराएगी। 95 करोड़ की लागत से 39 परियोजनाओं का लोकार्पण शिलान्यास एवं उद्घाटन प्रदेश के किसानों को निश्चित ही आगे बढ़ाने में सहायक होगा। इन सबका एक ही लक्ष्य है किसानों के चेहरे पर खुशहाली और समृद्धि लाना। उन्होंने किसान मेले में विभिन्न जनपदों से पधारे किसानों का आह्वान किया कि वह मेला परिसर में लगी कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन जरूर करें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार किसानों नौजवानों की खुशहाली के लिए कार्य कर रही है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने किए जाने की है। खेती में तकनीक को जोड़कर ही परिवर्तन लाया जा सकता है। 2017 में उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी के आवाह्न पर भारतीय जनता पार्टी सरकार उत्तर प्रदेश में बनी थी। सरकार बनते ही पहली ही कैबिनेट में किसानों का ऋण माफ करने का काम किया गया था। उनका कर्ज मुक्त प्रमाण पत्र पार्टी के सांसद और विधायक लेकर किसानों के घर घर पहुंचे थे।

2014 में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश के लिए बिना भेदभाव काम करेंगे। 135 करोड़ आबादी के लिए पात्रता निर्धारित करके लाभ पात्रों तक पहुंचाने का काम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार कर रही है। किंतु आज यह बताने की जरूरत है कि लाभार्थियों की पात्रता का निर्धारण बीते 2011 एवं 2012 में विपक्षी सरकारों ने किया था। सरकार ने निर्धारण तो कर लिया था किंतु उन पात्रों तक सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं पहुंचाया था। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों के साथ कृषि विज्ञान केंद्रों की श्रृंखला खड़ी करके किसानों को तकनीक से जोड़ने का काम किया जा रहा है। वर्षों से लंबित पड़ी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की एमएसपी की गारंटी किसान बिल लागू करके कर दिया गया है। 2019 में किसानों के लिए किसान सम्मान निधि 2 करोड़ 30 लाख किसानों को प्राप्त हुआ है। आगामी 25 तारीख को फिर देश के प्रधानमंत्री एक लाख अट्ठारह करोड़ रुपये किसान सम्मान निधि के रूप में किसानों के खाते में भेजने का काम करने जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री योगी ने कहा कि किसानों को गुमराह करने का काम वही लोग कर रहे हैं, जिन्हें जनता नकार चुकी है। वही लोग देश में प्रदेश में अराजकता फैला रहे हैं। किसानों को गुमराह करके यह कहना कि कृषि बिल लागू होने के बाद एमएसपी समाप्त हो जाएगी, मंडी समितियां समाप्त हो जाएगी। यह सब भ्रम फैलाकर आपसी सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रही। उन्होंने कहा, वह किसानों से यह वादा करते हैं कि न तो एमएसपी खत्म होगी और न ही मंडी समितियां। किसानों को यदि मंडी से भी ज्यादा मूल्य कहीं मिलता है तो भी किसान स्वतंत्र होगा, उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।

मुख्यमंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों एवं किसानों के हितार्थ चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद किसानों को अन्नदाता कहते हुए किसानों की दिशा एवं दशा सुधारने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने मौजूद किसानों का आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती के साथ-साथ बागवानी सहित अन्य उद्यम अवश्य करें। उन्होंने प्रगतिशील किसानों का अभिनंदन करते हुए कहा कि धन्य हैं ऐसे हमारे किसान भाई जिन्होंने अलग खोज करके अपनी अलग पहचान बनाई है।

 

इससे पूर्व उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री का योगी आदित्यनाथ का आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा. विजेंद्र सिंह एवं कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले विश्वविद्यालय परिसर स्थित आचार्य नरेंद्र देव की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने फीता काटकर किसान मेले का उद्घाटन किया। तदुपरांत दीप प्रज्ज्वलित कर किसान गोष्ठी का उद्घाटन किया।

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