विधानसभा चुनाव-2022 को लेकर भाजपा के कई नेताओं में बढ़ने लगी बेचैनी…

उत्तराखंड विधानसभा में पहले नंबर की पुरोला सीट से कांग्रेस विधायक राजकुमार की भाजपा में घर वापसी के बाद अब पार्टी के दावेदारों में बैचेनी बढ़ गई है। इससे कुछ दावेदारों में असंतोष पनपने लगा है। माना जा रहा है कि चुनावों से ऐनवक्त पहले पुरोला भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष के स्वर खुलकर फूट सकते हैं।  एक हफ्ते के भीतर भाजपा में शामिल होने वालों में राजकुमार दूसरे विधायक हैं। इससे पहले धनोल्टी के निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार भाजपा का दामन थाम चुके हैं।

शनिवार को भाजपा प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा पुरोला विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर भी रही। इस दौरान उन्होंने विस क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की मीटिंग ली। पूर्व विधायक मालचंद भी उनके दौरे में शामिल रहे, लेकिन उनका चेहरा कुछ उतरा हुआ था। मालचंद वर्ष 2002 और 2012 में पुरोला से भाजपा के विधायक रहे चुके हैं। वर्ष 2017 में वे कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार से हार गए थे। रविवार को राजकुमार के भाजपा में वापसी के बाद मालचंद नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने अपने दोनों मोबाइल भी स्विच आफ कर दिए हैं।

वर्ष 2001 से पुरोला क्षेत्र भाजपा संगठन को खड़ा किया। हमेशा जनता की सेवा में लगे रहते हैं। आखिर कब तक टिकट के लिए इंतजार करें। इस बार दावेदारी रहेगी। अब तक 147 बूथों पर जनता से सीधा संवाद कर चुका हूं।

राजकुमार का पार्टी में स्वागत है। इससे निश्चित तौर पर पार्टी का कुनबा बढ़ेगा। लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा में शामिल हुआ था। मैं भी चुनाव की तैयारी कर रहा हूं। जनता जो आदेश करेगी, उसका पालन करूंगा।

संकट तो वास्तव में खड़ा ही हो गया है। वैसे भी राजकुमार कोई लोक प्रिय छवि के नेता नहीं हैं। मैं भाजपा में पूर्व में कुछ शर्तों के साथ ही शामिल हुआ था। पार्टी हाईकमान से इस मामले में बातचीत की जाएगी। आगे के भविष्य के लिए भी अपने कार्यकर्ताओं से राय मशविरा करूंगा।  भाजपा में टिकट आवंटन केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड करता है। अभी किसी का टिकट पक्का नहीं है। राजकुमार के घर वापसी से पार्टी को मजबूती मिलेगी। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।  कांग्रेस विधायक राजकुमार के भाजपा के पाले में आने से उनकी मौजूदा सीट पुरोला के साथ ही देहरादून जिले में राजपुर सीट के दावेदारों के भी कान खड़े हो गए हैं। चर्चा है कि राजकुमार राजपुर से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, जहां से अभी भाजपा के खजान दास विधायक हैं।
विधायक खजान दास ने राजकुमार की घर वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुराने घर में उनका स्वागत है, लेकिन भाजपा में शामिल होने के लिए कभी भी पूर्व निर्धारित शर्त नहीं होती। इसलिए यहां इच्छा से चुनाव क्षेत्र तय होने जैसी कोई बात नहीं है। खजान दास के मुताबिक राजकुमार ने जुलाई माह में उनके जरिए ही पार्टी में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी, पहले उन्हें 29 जुलाई को सीएम से मिलना था। लेकिन कई कारणों से इस में विलंब होता रहा। उन्होंने बताया कि राजकुमार से अभी कुछ दिन पहले ही उनकी एमएलए हॉस्टल में मुलाकात हुई थी। वहां राजकुमार ने स्पष्ट तौर पर भाजपा के टिकट पर पुरोला से ही चुनाव लड़ने की बात कही है।

 

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