कारगिल में पर्यटन की हैैं अपार संभावनाएं : पटेल

नई दिल्ल : हाल ही में जम्मू-कश्मीर से अलग होकर लद्दाख केन्द्रशाषित प्रदेश बना है। इससे पहले कभी भी लद्दाख को खासकर कारगिल में कभी भी पर्यटन के क्षेत्र में कुछ नहीं किया गया। जबकि सही मायनों में स्विट्ज़रलैंड से खूबसूरत कारगिल की बर्फ से ढंकी हुई घाटियां हैं। यही नहीं यहां एडवेंचर्स टूरिज्म का काफी स्कोप है, जिसको डेवेलपमेंट का काम मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म करने जा रहा है। उक्त बातें केंद्रिय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने नेशनल लेवल इवेंट्स ऑफ एडवेंचर्स टूरिज्म के शुभारंभ के दौरान कहीं।

पटेल ने इस दौरान नकटुल में स्की स्लोपस का शुभारंभ किया। जिसमे करीब 15 स्की खिलड़ियों ने भाग लिया था। इसमें सबसे कम उम्र 10 वर्षीय मुहम्मद से मिलकर पटेल ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट, गुलमर्ग जोकि मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म की ऑटोनोमस बॉडी है उसका एक इंस्टिट्यूट कारगिल में प्रारंभ करने की घोषणा भी की। इसके बाद पटेल मुलबेख में बोधि सत्त्वा जिसे फ्यूचर बुद्धा भी कहते हैं उनके स्टेचू को देखने गए, जिसकी लद्दाख में प्राचीन मान्यता है। वहीं केंद्रीय मंत्री ने बेमथांग आइस स्केटिंग रिंग पहुंचे और आइस हॉकी मैच का शुभारंभ किया।

कारगिल का लड़का लेगा विंटर ओलिंपिक में भाग
कारगिल का 20 वर्षीय लड़का बाकिर भारत का ऐसा पहला प्लेयर है जोकि विंटर ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेगा। बाकिर ने गुलमर्ग में ट्रेनिंग लिया है और वहीं से उसका सेलेक्शन भी किया गया है।

कारगिल के बुजुर्गों कर रहे हैं युवाओं को प्रशिक्षित
कारगिल के कुछ बुजुर्ग अपने यहां के बच्चों और युवाओं को स्की व आइस हॉकी जैसे खेलों के लिए लंबे समय से प्रशिक्षण दे रहे हैं। अभी तक प्रशासन की और से एक्यूमेंट संबंधी कोई मदद नहीं की जाती थी लेकिन मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म की घोषणाओं के बाद उन्हें अब आशा जगी है।

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