एक विवाह ऐसा भी ! शादी में दूल्हा-बारातियों की पिटाई.. फिर अस्पताल में हुए सात फेरे – वजह उड़ा देगी होश

हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के ताजपुर गांव में एक शादी समारोह उस वक्त तनावपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया जब दो दिन पहले सगाई समारोह में डीजे डांस को लेकर हुआ विवाद बरात के दिन हिंसक झगड़े में बदल गया। दूल्हे की सार्वजनिक पिटाई, बरात में भगदड़ और आखिरकार अस्पताल में हुई शादी की घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है।
सगाई में डांस को लेकर शुरू हुई रंजिश
शुक्रवार को ताजपुर गांव में अटेली मंडी क्षेत्र के एक युवक की सगाई समारोह आयोजित की गई थी। समारोह में डीजे चल रहा था और दूल्हा पक्ष की महिलाएं डांस कर रही थीं। इसी बीच दुल्हन के मौसेरे भाई की पत्नी और बहन ने अपनी पसंद का गाना लगवाया, लेकिन दूल्हा पक्ष की महिलाओं ने वह गाना बंद करवा दिया। यही बात मौसेरे भाई को नागवार गुज़री। उस समय मामला शांत करा दिया गया, लेकिन अंदर ही अंदर रंजिश पल रही थी।
बरात में हुआ हमला, घोड़ी से उतारकर पीटा गया दूल्हा
रविवार शाम जब बरात खंदराई गांव पहुंची और घुड़चढ़ी की रस्म चल रही थी, तभी दुल्हन का मौसेरा भाई 20-25 साथियों के साथ तीन कारों में पहुंचा और अचानक दूल्हे और बरातियों पर हमला कर दिया। दूल्हे को घोड़ी से नीचे उतार कर बेरहमी से पीटा गया। बरात में भगदड़ मच गई और अधिकांश बराती जान बचाकर भाग निकले। इस हमले में दूल्हा गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दूल्हे ने शादी से किया इनकार, मंडप की बजाय अस्पताल में हुआ विवाह
अस्पताल पहुंचते ही दूल्हे ने शादी से इनकार कर दिया, जिससे पूरे परिवार में तनाव फैल गया। शादी रुकने की स्थिति में गांव के बुजुर्गों ने हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों में सुलह करवाने की कोशिशें शुरू हुईं। काफी मनाने के बाद दूल्हा शादी के लिए तो राज़ी हुआ लेकिन दुल्हन के गांव जाने से इनकार कर दिया।
अस्पताल में हुई शादी, वरमाला के बाद हुई विदाई
रात करीब होते-होते दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि शादी अस्पताल परिसर में ही करवाई जाए। इसके बाद दुल्हन को अस्पताल लाया गया जहां दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। शादी की रस्में वहीं पूरी की गईं और दुल्हन की विदाई भी अस्पताल से हुई। यह शादी अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पुलिस में नहीं दी गई शिकायत, विवाद बना सबक
गौर करने वाली बात यह है कि इस पूरी घटना के बाद भी किसी पक्ष ने पुलिस में औपचारिक शिकायत नहीं दी है। ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों पक्ष बदनामी के डर से मामला सुलझा लेना चाहते हैं। लेकिन इस घटना ने समाज में शादी समारोहों में उभरते विवादों और आक्रोश के खतरनाक रूपों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।