स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा- 2024 का चुनाव सरकार की विदाई का होगा, रामचरितमानस पर टिप्पणी पर अब भी कायम

आजमगढ़ में शहर के एक गेस्ट हाउस में निजी कार्यक्रम में पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान में भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार पिछड़ों दलितों अल्पसंख्यकों का हक मार रही है। 2024 का चुनाव भाजपा के विदाई का चुनाव होगा। देश के लोकतंत्र व संविधान को बचाने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। यह कवायद जारी है और संभावना है कि चुनाव से पहले विपक्षी एकजुट हो जाएंगे और भारतीय जनता पार्टी का बिस्तर गोल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान को सम्मान निधि ₹6000 देकर उनकी सभी खेती को पशु को चरवा दिया जा रहा है।

सरकारी नौकरियां कहां से मिलेगी जब सरकारी संस्थानों को अपने चहेते लोगों को बेच दिया जा रहा है। रामचरितमानस पर अपनी टिप्पणी पर कायम रहते हुए उन्होंने कहा कि जिसमें महिलाओं पर प्रताड़ना, शूद्रों के उत्पीड़न की बात कही जाती है उसका वह समर्थन नहीं कर सकते। 97 फ़ीसदी लोग जो खुद हिंदू हैं उनकी भावनाओं को यह आहत करता है 3 फ़ीसदी लोग ही इसको चलाएंगे, यह कैसे संभव है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की राजनीति का केंद्र है। यहीं से देश की राजनीति निर्धारित होती है। यही से मोदी प्रधानमंत्री गद्दी पर बैठे और यहीं से उतरेंगे।

वही प्रदेश में कानून व्यवस्था पर उन्होंने बोला कि जब सपा की सरकार थी तो यही लोग दंगे करवाते थे अब सरकार आ गई तो सब शांत हो गया है अतीक अहमद मामले में उन्होंने कहा कि एक पर कार्रवाई से कुछ नहीं होता है। बुलडोजर का उपयोग सरकार की अराजकता और द्वेष की मानसिकता के साथ ही विपक्षियों को दबाने के लिए होता है बुलडोजर की कोई जरूरत नहीं है। संविधान में आईपीसी और सीआरपीसी का अगर बखूबी से उपयोग करें तो यह एक से एक अपराधियों को अपने शिकंजे में ले लेगा लेकिन सरकार इसका दुरुपयोग कर रही है।

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