गोरखपुर : औचक निरीक्षण में विधायक को विद्यालय में शिक्षा का स्तर मिला खराब, विधायक ने प्रधानाचार्य को ससपेंड करने की दी सलाह

 

  • उन्होंने साथ चल रहे नगर शिक्षा अधिकारी को प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड करने की सलाह दी
  • नगर विधायक ने खुद बच्चों को पढाया भी और उनके साथ मिड-डे मील भी खाया

गोरखपुर  ,10 फरवरी । गोरखपुर के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा का दयनीय स्तर देखकर नगर विधायक डा राधा मोहन दास अग्रवाल आज बहुत आक्रोशित हुए और उन्होंने अपने साथ चल रहे नगर शिक्षा अधिकारी ब्रह्मचारी शर्मा को प्राईमरी पाठशाला डिभिया ( वार्ड 3 ) की प्रधानाध्यापिका दुर्गावती देवी को तुरंत सस्पेंड करने के लिए निर्देशित किया।

मालूम हो कि नगर विधायक ने 11 बजे अचानक किसी प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण करने का तय किया और नगर शिक्षा अधिकारी को अपने घर बुलाया और उन्हें बिना बताये ,वार्ड संख्या-3 के डिभिया स्थित प्राथमिक विद्यालय में पंहुच गये ।

नगर विधायक यह देखकर दंग रह गये कि विद्यालय में सिर्फ 30 बच्चे ही उपस्थित थे | जबकि पंजीकृत बच्चों की संख्या 72 थी । उन्हें यह देखकर भी आश्चर्य हुआ कि हमेशा इससे भी कम बच्चे उपस्थित रहते हैं। रजिस्टर देखने से पता चला कि कक्षा 3 में पंजीकृत 17 बच्चो की संख्या कक्षा 5 में घटकर 8 पंहुच गई थी | अर्थात ड्राप-आऊट रेट 55 % थी ।

नगर विधायक ने कक्षा 5 के बच्चों को बोर्ड पर 127 और 49 लिखने को कहा । 75% बच्चे ऐसा नहीं कर पाये । 75 % बच्चे गुणा-भाग करना तो दूर घटाने का तरीका भी नहीं जानते थे | नगर विधायक ने उन्हीं बच्चों से सामान्य हिन्दी के वाक्य और शब्द लिखने को कहा । 1 बच्ची को छोड़कर शेष सरल और आसान हिन्दी में शब्द और वाक्य भी नहीं लिख पाये।

नगर विधायक ने काफी समय देकर बच्चों को अंकगणित पढ़ाया और हिन्दी लिखना सिखाया। उसके बाद डा अग्रवाल ने बच्चों को पौष्टिक आहार का मतलब समझाया तथा स्वयं राष्ट्रगान गा कर उन्हें इसे गाने का तरीका सिखाया। अन्त में नगर विधायक ने बच्चों के साथ मिड-डे मील भी ग्रहण किया और खाने की गुणवत्ता की प्रशंसा की ।

नगर विधायक के पूछने पर प्रधानाध्यापिका ने अपना वेतन ₹ 77000 तथा रसोईये ने ₹ 1500 बताया । नगर विधायक ने शिक्षिका को यह कहकर डांट लगाई कि सिर्फ 1500 पाने वाली रसोइया अपना काम ईमानदारी से कर रही है,लेकिन 77000 का प्रतिमाह वेतन पाने वाली शिक्षिका लापरवाह है ।

नगर विधायक ने नगर शिक्षा अधिकारी से अपना भीषण आक्रोश व्यक्त किया और कहा कि भारत सरकार के नीति आयोग की इस साल की रिपोर्ट में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में देश के सभी प्रदेशों में सबसे निचले पायदान पर दर्शाया गया है। आज इस विद्यालय में शिक्षा का स्तर उससे अधिक शर्मनाक है । उन्होंने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका को तुरंत सस्पेंड कर देने की सलाह दी ।

निरीक्षण के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता शत्रुघन मिश्र,अभिलाष शाही ,देवेन्द्र पासवान,धीरज श्रीवास्तव,अजय कुमार,सुनील भारती आदि उपस्थित थे।

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