370 हटने के बाद की पहली मुठभेड़ का ये हुआ हश्र, अब घर घर जाएंगे अफसर

जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले आर्टिकल 370 के कमजोर होने के बाद पाकिस्तान की तरफ से युद्ध और जवाबी कार्यवाई की लगातार धमकियां मिलती रही हैं। पाकिस्तानी सेना द्वारा कई बार सीज़फायर का उल्लंघन भी किया गया । ऐसे में कल घाटी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच पहली बार मुठभेड़ हुई । बारामूला में हुई इस मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया गया । इस एनकाउंटर में एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) शहीद हो गया, जबकि दूसरा घायल हो गया । बता दें कि मंगलवार की शाम ये एनकाउंटर आपरेशन शुरू किया गया था । मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं । मारे गए आतंकी की पहचान की जा रही है ।

बारामूला शहर जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से करीब 54 किलोमीटर की दूरी पर है । सूत्रों के मुताबिक इस एनकाउंटर में दो से तीन आतंकियों को सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने घेर रखा था। खुद को घिरा हुआ देख आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें SPO बिलाल शहीद हो गए, जबकि एसआई अमरदीप परिहार घायल हो गए । फिलहाल उनका इलाज आर्मी हॉस्पिटल में चल रहा है ।

घर घर पहुंचेगी जम्मू सरकार

जानकारी के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर के IAS और कश्मीर एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (KAS) के अधिकारी आवाम में सतर्कता के लिए एक बड़ा कदम उठाने वाले हैं । अनुच्छेद 370 हटाने से होने वाले फायदे की जानकारी कम से कम 20-20 स्थानीय परिवारों तक पहुंचाई जाएगी । इसके साथ ही 370 के कमजोर होने से कश्मीरियों को मिलने वाले अधिकार और प्रगति की संभावनाओं के बारे में भी सभी को बताया जाएगा। इस सारी जानकारी को टीवी, रेडियो और दूसरे प्रचार माध्यमों की मदद से लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार तैयार है ।

आपको बता दें, इस कदम के ज़रिए सरकार का मकसद लोगों में जागरूकता फैलाना है। 370 कमज़ोर होने की खबर के बाद से ही कुछ दल घाटी में अशांति फैलाने की कोशिश में हैं। ऐसे में ज़रा सी अफवाह लोगों में हिंसा का कारण बन सकती है। इससे बचने के लिए सरकार ने आवाम में जागरूकता फैलाने का फैसला लिया है।

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