लॉ कॉलेज गैंगरेप, धमकी और वीडियो ब्लैकमेल ! TMC छात्र नेता सहित 3 गिरफ्तार, दरिंदों के नाम कर देंगे हैरान

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता का प्रतिष्ठित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज इन दिनों एक सनसनीखेज गैंगरेप केस के कारण सुर्खियों में है। 25 जून की रात कॉलेज कैंपस के भीतर एक युवती के साथ गैंगरेप की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक पूर्व छात्र नेता और दो वर्तमान छात्र शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 14 दिन की रिमांड मांगी थी, जिसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

 छात्र राजनीति से अपराध तक का सफर

31 वर्षीय मनोजीत मिश्रा इस केस का मुख्य आरोपी है। वह साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज यूनिट का पूर्व अध्यक्ष रहा है और टीएमसी की छात्र इकाई तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) से जुड़ा रहा है। छात्र राजनीति में उसका नाम कॉलेज परिसर में ‘पावर सेंटर’ के रूप में जाना जाता था। हालांकि, कभी उस पर कोई आधिकारिक शिकायत नहीं हुई, लेकिन दबाव और धमकियों की चर्चाएं अक्सर होती रहीं। मनोजीत, जिसने कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर ली है, फिर भी नियमित रूप से परिसर में मौजूद रहता था और छात्रों पर प्रभाव बनाए रखता था। 26 जून की शाम 7 बजे उसे तालबगान क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है।

सह-आरोपी जैब अहमद

19 वर्षीय जैब अहमद साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज का प्रथम वर्ष का छात्र है। वह टॉपसिया क्षेत्र के एक साधारण कामकाजी परिवार से आता है। जैब ने 2024-25 सत्र में कॉलेज में दाखिला लिया था और धीरे-धीरे यूनियन गतिविधियों से जुड़ गया।
कॉलेज के छात्रों के अनुसार, जैब शांत स्वभाव का था और जल्द दूसरों के प्रभाव में आ जाता था। उसका कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। माना जा रहा है कि वह मनोजीत के प्रभाव में आया और उसी के साथ जुड़ गया। 26 जून की शाम 7:35 बजे उसे भी उसी स्थान से गिरफ्तार किया गया और मोबाइल जब्त कर लिया गया।

तीसरा आरोपी प्रमित मुखर्जी

20 वर्षीय प्रमित मुखर्जी (उर्फ प्रमित मुखोपाध्याय) साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज का सेकंड ईयर का छात्र है और कॉलेज की राजनीति में सक्रिय नहीं था। वह एक निम्न मध्यमवर्गीय बंगाली परिवार से आता है और आमतौर पर शांत और औसत छात्र के रूप में जाना जाता है।
हाल के दिनों में प्रमित को भी जैब और मनोजीत के साथ देखा जाने लगा था। पुलिस जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि वह इस अपराध में सक्रिय रूप से शामिल था या किसी दबाव में। प्रमित को 27 जून की रात 12:30 बजे उसके घर से गिरफ्तार किया गया और उसका मोबाइल जब्त कर लिया गया है। मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

कैसे हुआ वारदात का खुलासा?

पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि 25 जून को वह परीक्षा से जुड़ी औपचारिकताओं के लिए दोपहर 12 बजे कॉलेज पहुंची थी। शाम 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच वह कॉलेज के यूनियन रूम में बैठी थी, जहां मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा आया और मुख्य गेट बंद करने का आदेश दिया। इसके बाद वह युवती को जबरन सुरक्षा गार्ड के कमरे में ले गया और रेप किया।
एफआईआर में जिन तीन लोगों को आरोपी बताया गया है, उनमें मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी शामिल हैं।

वीडियो बना कर दी गई धमकी

पीड़िता ने यह भी खुलासा किया कि मनोजीत ने उसे शादी का प्रस्ताव दिया था, जिसे उसने ठुकरा दिया क्योंकि उसका पहले से प्रेमी है। इस पर नाराज होकर आरोपी ने उसे कमरे में बंद कर दिया और धमकी दी कि अगर उसने साथ नहीं दिया तो वह उसके प्रेमी और माता-पिता को जान से मार देगा या गिरफ्तार करवा देगा। पीड़िता ने बताया कि उसने आरोपी के पैर पकड़ लिए, लेकिन उसने जबरन रेप किया। आरोपियों ने रेप का वीडियो भी रिकॉर्ड किया और धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो वीडियो को वायरल कर देंगे। विरोध करने पर उसे हॉकी स्टिक से मारा गया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।

फॉरेंसिक सबूतों ने लगाए आरोपों की मुहर

पुलिस ने पीड़िता की मेडिकल जांच कराई, जिसमें गैंगरेप की पुष्टि हुई है। साथ ही घटनास्थल और मोबाइल डेटा की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। कॉलेज परिसर को सील कर दिया गया है और मामले की जांच कसबा थाना पुलिस कर रही है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।

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