उत्तराखंड के हालात में सुधार, तमिलनाडु, बंगाल और यूपी में बाढ़ का खतरा

नई दिल्ली. देश में एक बार फिर कई जिलों में भारी बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. अक्टूबर के महीने में हुई इस बारिश से सबसे ज्यादा उत्तराखंड (Uttarakhand) प्रभावित हुआ है. ऐसे हालात के मद्देनजर बचाव एजेंसियों की सक्रियता बढ़ गई है. एजेंसियों के मुताबिक पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और नेपाल की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के इलाके आने वाले दिनों में बारिश के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं, जबकि उत्तराखंड में हालात सामान्य की ओर बढ़ रहे हैं.

डीआईजी उत्तराखंड मोहसिन शाहिदी के मुताबिक राज्य के आधा दर्जन से भी ज्यादा जिले प्रभावित हैं. राहत और बचाव कार्य टीमें काम कर रही हैं. एनडीआरएफ की कुछ टीमें पहले से ही तैनात थीं और बाकी टीमों को तैनात किया गया है. बारिश की वजह से अब तक 46 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है और लोगों को बचाने का काम जारी है.

उन्होंने कहा कि अनुमान ये है कि हालात सामान्य होने की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन NDRF पूरी तरीके से अलर्ट पर है. तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में बारिश की संभावना है और उसको लेकर भी एनडीआरएफ सहित सारी बचाव एजेंसियों ने मुकम्मल तैयारी की है. इसके अलावा नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश की सीमा में जो जिले हैं, जैसे कुशीनगर और लखीमपुर वहां पर खतरा बहुत ज्यादा बढ़ गया है, क्योंकि नेपाल में बहुत बारिश हुई है, उस पर भी एनडीआरएफ की नजर है.बता दें कि उत्तराखंड में बारिश के हालात के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह का बुधवार शाम उत्तराखंड का दौरा तय हुआ है, जहां वह उच्च अधिकारियों और राहत कार्य में शामिल टीमों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. साथ ही गुरुवार को गृह मंत्री उत्तराखंड में बाढ़ प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे भी करेंगे.

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