5 साल की बच्ची कुँए में गिरी.. 2 लोग बचाने को कूदे.. बाहर आईं तीनों की लाशें, देखिये दर्दनाक खबर

वाराणसी जिले के गुड़िया गांव में गुरुवार शाम को एक 5 वर्षीय बच्ची कुएँ में गिर गई। मौके पर उपस्थित ग्रामीण देखते ही रह गए। लेकिन तभी गांव के दो युवकों ने उसे बचाने के लिए कुएँ में कूदने का साहसिक फैसला लिया। हालांकि, दोनों युवकों की हिम्मत ने उन्हें भी बेहोश कर दिया, लेकिन यह घटना मानवीय साहस की एक चमकदार मिसाल बन गई।

खेल के दौरान हुई आँख मूंद देने वाली घटना

घटना गुरुवार शाम हुई, जब बच्ची खेलते-खेलते कुएँ में गिर गई।

गहराई अत्यधिक होने के कारण, बच्ची तुरंत बेहोश हो गई और मदद का आह्वान शुरू हुआ।

मानवता की लड़ाई में उन्होंने खोया होश

जैसे ही बच्ची की चीखें सुनकर दो युवा मौके पर पहुँचे।

उन्होंने बच्ची को बचाने की ठानी और बिना देर किये खुद कुएँ में छलांग लगा दी।

जैसे ही वे कुएँ के भीतर पहुँचे, उन्हें खुद बेहोशी सी छा गई — यह साहस काफी खौफनाक स्थिति लाइ थी।

स्थानीय मदद ने निभाई अहम भूमिका

ग्रामीणों और स्थानीय प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य को हाथों-हाथ लिया।

आसपास मौजूद लोगों ने रस्सियां, डिब्बे और अन्य साधन जुटाए।

बच्ची और युवकों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास जारी रहा।

अस्पताल तक संघर्ष

बच्ची और दोनों युवकों को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया।

प्राथमिक मेडिकल रिपोर्ट में रिपोर्ट मिली कि हालात गंभीर, लेकिन जिंदगी बनी हुई है।

डॉक्टरों का कहना है कि तीनों की हालत स्थिर रहेगी, फिलहाल आगे की जांच चल रही।

मानवता की गौरवशाली झलक

यह घटना मानवता और निस्वार्थ सेवा की मिसाल बनी। दो युवकों का साहस, सामूहिक समर्थन और गांववालों की भागीदारी ने इस त्रासदी को बचाव में बदल दिया। यह बताता है कि मुश्किल वक्त में एकता ही सबसे अमूल्य हथियार होती है।
गुड़िया गांव की यह घटना सिखाती है कि संकट की घड़ी में कितने भी कठिन हालात क्यों न हों, मानवता की लौ हमेशा मनुष्यों को एक साथ जोड़ती है। इन नायक युवकों ने न सिर्फ एक बच्ची की जान बचाई, बल्कि पूरे क्षेत्र को मानवता का पाठ पढ़ा दिया।

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