पर्यावरण बचाने के लिए सलीम चिश्ती फाउंडेशन और औलिया फाउंडेशन मिलकर करेगी काम

पर्यावरण बचाने के लिए सलीम चिश्ती फाउंडेशन और औलिया फाउंडेशन मिलकर करेगी काम

वृक्षारोपण के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार कार्यक्रम चलाएगी फाउंडेशन

फतेहपुर सिकरी, (आगरा) हजरत सलीम चिश्ती फाउंडेशन और औलिया फाउंडेशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका सूफी शिक्षाओं और पर्यावरण की रक्षा के लिए मिलकर कार्य करेगा। यह बात औलिया फाउंडेशन के अध्यक्ष सैयद मेहंदी काजमी ने महान सूफी संत हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में चादर पोशी के बाद कही। उन्होंने पर्यावरण बचाने का संदेश देते हुए सलीम चिश्ती के निवास परिसर में एक पौधा भी लगाया।


दरगाह के सज्जादा नशीन हजरत पीरजादा रईस मियां चिश्ती की दावत पर फतेहपुर सिकरीआए डॉ. काजमी अमेरिका के न्यूयॉर्क में न्यूरो फिजिशियन है तथा विश्व शांति एवं सूफी संतों के संदेशों के प्रचार प्रसार के लिए औलिया फाउंडेशन के माध्यम से लगातार काम कर रहे हैं।
भरतपुर स्थित पैहसर के मूल निवासी मेहंदी काजमी के नाना डॉ. सैयद महमूद यही के प्रमुख व्यक्तियों में थे और इलाके में विकास और उन्नति के लिए लगातार संघर्षशील रहते थे।बटवारे क़े समय 1947 मै पाकिसतान चले गये थे। डा काज़मी अमेरिका क़ी नगरिकता हासिल कर वहाँ चिकित्सीय सेवाए दे रह है। उन्होंने अपने गाव पैसर भरतपुर से ज़ुडी यादों को यहां मौजूद लोगों के साथ साझा किया।
हजरत सलीम चिश्ती फाउंडेशन के सचिव अरशद फरीदी ने बताया कि पर्यावरण की रक्षा के लिए चिश्ती फाउंडेशन बड़े पैमाने पर लगातार कई कार्यक्रम आयोजित करेगा। पेड़-पौधे लगाने के अलावा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी समय-समय पर फाउंडेशन द्वारा चलाया जाएगा।
अरशद फरीदी यह भी बताया कि लोगों को और खासकर छात्रों को पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ से होने वाले खतरे से अवगत करा उन्हें पर्यावरण बचाने के लिए उनके योगदान के लिए कार्यशाला द्वारा जानकारी भी दी जाएगी।

Related Articles

Back to top button