20 लोगों ने महिला को डायन बताकर.. गनपॉइंट पर किया अर्धनग्न.. 14 वर्षीय बेटी से भी शर्मनाक हरकत, जानिए पूरी घटना

बिहार के समस्तीपुर जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जिले के बिथान थाना क्षेत्र के एक गांव में 16 जून को अंधविश्वास और दबंगई की शर्मनाक मिसाल देखने को मिली, जहां एक महिला को डायन बताकर उसके घर से जबरन घसीटकर बाहर निकाला गया, गन पॉइंट पर उसके कपड़े फाड़े गए और सरेआम पिटाई की गई। पीड़िता की नाबालिग बेटी को भी नहीं बख्शा गया। गुरुवार को इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

डायन बताकर घर से घसीटकर सरेआम पीटा

पीड़िता ने बताया कि 16 जून की रात करीब 20 लोग उनके घर में जबरन घुस आए। पहले तो उन्होंने दरवाजा तोड़कर महिला को बाल पकड़कर खींचा और सड़क तक ले गए। पीड़िता का कहना है कि कनपटी पर हथियार तानकर उसे बेरहमी से पीटा गया। इस दौरान उसकी 14 वर्षीय बेटी बीच-बचाव करने आई तो आरोपियों ने उसकी भी पिटाई कर दी।

कपड़े फाड़े, गांव में घुमाया, दी गोली मारने की धमकी

पीड़िता ने आगे बताया, “मुझे अर्धनग्न कर दिया गया, मेरे कपड़े फाड़ दिए। ऑटो पर बैठाकर 500 मीटर दूर ले जाकर पूरे गांव में घुमाया गया। इस दौरान DJ की आवाज के कारण मेरी चीखें कोई नहीं सुन पाया। मेरी बेटी भी डर के मारे कांप रही थी, फिर भी उसे मारा गया और हमें गोली मारने की धमकी दी गई।”

अंधविश्वास बना उत्पीड़न का आधार

घटना की जड़ एक नौ वर्षीय बच्चे की बीमारी है। उप मुखिया मिथिलेश मुखिया के बेटे को बुखार था, जिसे लेकर उसके परिवार वाले एक ग्रामीण चिकित्सक के पास भी गए, लेकिन जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने अंधविश्वास के चलते पीड़िता को ‘डायन’ मान लिया। महिला को बच्चे पर झाड़-फूंक करने का दबाव बनाया गया, लेकिन उसने साफ इनकार कर दिया। इसके बाद ही आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया।

पीड़िता की बेटी का बयान: हथियार से दी गई धमकी

पीड़िता की बेटी, जो 9वीं कक्षा की छात्रा है, ने बताया, “कुछ लोग हमारे घर में घुसे, हथियार दिखाकर धमकी दी और मेरी मम्मी को मारते रहे। मेरी भी पिटाई की गई और मम्मी को गांव में घुमाया गया। हम बहुत डरे हुए हैं।”

आरोपियों की पहचान, सरपंच के परिवार से जुड़े हैं आरोपी

पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि वह हमलावरों में से कुछ को पहचानती है। जिन लोगों के नाम लिए गए हैं, वे प्रदीप मुखिया, मिथिलेश मुखिया, संतोष मुखिया, अनिल मुखिया, जीवछ मुखिया, सोनू मुखिया, अमरनाथ मुखिया, रामनाथ मुखिया, राजेंद्र मुखिया और रोहित मुखिया हैं। ये सभी सरपंच राज मुखिया के परिवार से जुड़े बताए जा रहे हैं।

पड़ोसियों का भी समर्थन, बताया महिला के साथ हुई है ज्यादती

पड़ोस में रहने वाली भूखली देवी ने भी पीड़िता की बातों की पुष्टि की। उन्होंने कहा, “बहुत ही घटिया काम हुआ है। महिला को हथियार दिखाकर मारा गया। जहां ले गए, वहां भी मारा गया। हमलोगों ने पुलिस को सूचना देकर महिला को किसी तरह बचाया।”

11 पर नामजद एफआईआर, 4 आरोपी गिरफ्तार

पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। इनमें से संतोष मुखिया, जीवछ मुखिया, अमरनाथ मुखिया और सोनू मुखिया को 17 जून को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। कुछ अन्य की तलाश जारी है।

आरोपी पक्ष का आरोप: महिला ने बच्चे को पीटा

इस बीच आरोपी पक्ष की ओर से मिथिलेश मुखिया की पत्नी पूनम देवी ने अलग दावा किया है। उन्होंने कहा कि उनका बेटा मिंटू कुमार क्रिकेट खेलते वक्त महिला के घर में गेंद लेने गया था, जहां उसे पीटा गया। उनका कहना है कि बच्चे की हालत इतनी खराब हुई कि उसे अस्पताल ले जाना पड़ा।

प्रशासन सख्त, जांच के आदेश

समस्तीपुर के SP अरविंद प्रताप सिंह ने कहा, “मामले की जानकारी मिली है, बिथान थाने से रिपोर्ट मांगी गई है।” वहीं, DM रोशन कुशवाहा ने स्पष्ट कहा कि “पुलिस प्रशासन को त्वरित और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।”

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