CM चन्नी का सुखबीर पर पलटवार:कहा- आतंकवाद के काले दौर के लिए SAD जिम्मेदार,
गंभीर मुद्दों पर भड़काऊ बयान न दें अकाली दल अध्यक्ष
केंद्र सरकार के BSF को बॉर्डर के 50 किलोमीटर एरिया में कार्रवाई के अधिकार पर मुख्यमंत्री चन्नी ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) अध्यक्ष सुखबीर बादल को निशाने पर लिया। चन्नी ने कहा कि केंद्र के इस फैसले की उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्हें तो खुद अखबारों से इसका पता चला। सुखबीर ने पिछले दिनों कहा था कि BSF को अधिकार देने के लिए मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने केंद्र को सहमति दी।
सीएम चन्नी ने कहा कि कि सुखबीर को इस गंभीर मुद्दे पर बेहद सोच समझकर बयान देने चाहिए। हमने आतंकवाद का बेहद बुरा दौर देखा है और इसके लिए भी अकाली दल जिम्मेदार रहा। उन्होंने कहा कि वह केंद्र के फैसले का कड़ा विरोध करते।उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस बारे में चिट्ठी भी लिखी। इस मामले में जल्द कैबिनेट बैठक बुलाई जाएगी और जरूरत पड़ी तो विधानसभा का स्पेशल सेशन और सर्वदलीय बैठक भी बुलाएंगे।
ड्रोन की क्षमता का दिया जा रहा हवाला, ऐसे तो जहाज भी दिल्ली तक जा सकते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीएसएफ को ज्यादा अधिकार देने का हवाला दिया जा रहा है कि ड्रोन बॉर्डर पार से आ रहे हैं और इनकी क्षमता 50 किलोमीटर तक है। ऐसे में तो बार्डर के ऊपर से जहाज और हेलिकॉप्टर भी आ सकते हैं। यह पंजाब के अधिकारों पर पूरी तरह से डाका है। अगर आपको ड्रोन रोकने ही हैं तो बॉर्डर पर ही रोक सकते हैं, अंदर आने की जरूरत नहीं। अगर पंजाब पुलिस आतंकवाद से लड़ सकती है तो हर तरह की कार्रवाई के लिए भी तैयार है। पंजाब पुलिस खुद लॉ एंड आर्डर की स्थिति से निपटने के लिए सक्षम है।
सीक्रेट फाइलों पर जवाब देने से किया इनकार
सुखबीर सिंह बादल ने गत दिनों कहा था कि पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास सभी मंत्रियों की सीक्रेट फाइलें हैं और उन्होंने इसे अमित शाह को सौंप दिया। सुखबीर ने कहा था कि कैप्टन द्वारा सीक्रेट फाइलें अमित शाह को देने के कारण ही मुख्यमंत्री चन्नी दबे हुए हैं और बीएसएफ को अधिकार देने के लिए हामी भरकर आए। इस बारे में जब मुख्यमंत्री चन्नी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका जवाब देने से इनकार कर दिया।
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