तोहफा ? MP प्रिया सरोज के मंगेतर क्रिकेटर ‘रिंकू सिंह’ यूपी में बनेंगे अफसर.. माँ ने कहा – “बहू बहुत भाग्यशाली”

भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते सितारे और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरने वाले रिंकू सिंह अब एक नया मुकाम हासिल करने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं की सीधी भर्ती नीति के तहत उन्हें बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) पद के लिए नामित किया है। यह वही रिंकू हैं जिन्होंने एशियन गेम्स 2023 में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाली क्रिकेट टीम में अहम भूमिका निभाई थी।
पिता ने कहा- बेटे पर गर्व है
जैसे ही रिंकू सिंह की तैनाती की खबर आई, उनके घर में उत्सव जैसा माहौल बन गया। उनके पिता खानचंद, जो सिलेंडर वितरण का कार्य करते थे, ने कहा, “मुझे अपने बेटे पर गर्व है, वह हर दिन हमारा और देश का नाम रोशन कर रहा है।” परिवारजनों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाईं।
प्रिया सरोज से सगाई
रिंकू सिंह ने 8 जून को सपा सांसद प्रिया सरोज से लखनऊ में सगाई की थी। इस सगाई के बाद वह न सिर्फ खेल और प्रशासन, बल्कि राजनीति से भी जुड़ गए हैं। उनके भाई सोनू सिंह ने बताया कि परिवार में पहले कोई सरकारी नौकरी में नहीं था, लेकिन अब रिंकू की इस नियुक्ति से पूरे परिवार में गर्व की लहर है।
पांच छक्कों ने बदली किस्मत
आईपीएल में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ पांच गेंदों पर पांच छक्के मारने वाले रिंकू ने देशभर में रातों-रात लोकप्रियता हासिल की थी। लेकिन यह सफलता संघर्षों के बाद आई है। अलीगढ़ के एक बेहद साधारण परिवार में जन्मे रिंकू ने गरीबी से लड़ते हुए क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई। पहले डीपीएस के मैदान पर हुए स्कूल वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द सीरीज बने, फिर आईपीएल में पहुंचे और अब बीएसए बनने जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग ने भेजा पत्र, नियुक्ति की औपचारिकताएं शुरू
उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग ने रिंकू सिंह को पत्र भेजकर नियुक्ति से संबंधित आवश्यक दस्तावेज और औपचारिकताएं पूरी करने को कहा है। इसके बाद उन्हें जल्द ही किसी जिले में बेसिक शिक्षा अधिकारी के रूप में तैनात किया जाएगा।
भर्ती प्रक्रिया में शामिल अन्य खिलाड़ी
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुल सात अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं की नियुक्ति पर मुहर लगी। इनमें रिंकू सिंह के अलावा:
- प्रवीण कुमार (पैरा एथलीट) – पुलिस उप अधीक्षक
- राजकुमार पाल (हॉकी खिलाड़ी) – पुलिस उप अधीक्षक
- सिमरन, अजीत सिंह – जिला पंचायत अधिकारी
- प्रीति पाल – खंड विकास अधिकारी
- किरण बालियान (एथलीट) – क्षेत्रीय वन अधिकारी
शैक्षिक योग्यता की शर्तें भी लागू
खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अनुसार, सभी नियुक्त खिलाड़ियों को 7 वर्षों के भीतर आवश्यक शैक्षणिक अर्हता प्राप्त करनी होगी। तब तक वे पदोन्नति के योग्य नहीं होंगे।
युवाओं के लिए मिसाल
रिंकू सिंह का यह सफर सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है। उनका उदाहरण यह साबित करता है कि संघर्ष, समर्पण और परिश्रम से कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है।