उप्र में सितम्बर-19 के मुकाबले इस बार 890.26 करोड़ की राजस्व वृद्धि

लखनऊ। कोरोना संक्रमण के कारण प्रभावित हुई आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने में योगी सरकार को एक बार फिर सफलता मिली है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के जुलाई, अगस्त माह में आर्थिक गतिविधियों के बेहतर होने का सिलसिला सितम्बर में भी जारी रहा और राजस्व का संग्रह भी बढ़ा है।

प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के मुताबिक पिछले वर्ष सितम्बर के सापेक्ष इस वर्ष सितम्बर माह में प्रदेश सरकार के कर राजस्व महत्वपूर्ण मदों में 890.26 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि प्रमुख कर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2020-21 के सितम्बर माह में कुल 9334.17 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जबकि वर्ष 2019-20 के इसी माह में 8443.91 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। सितम्बर, 2020 में विभिन्न मुख्य मदों के अन्तर्गत कुल 9516.50 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहीत हुआ है जबकि सितम्बर, 2019 में इन मदों के अन्तर्गत कुल 8564.80 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था।

वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी-वैट के तहत सितम्बर, 2019 में 4998.02 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई थी। सितम्बर, 2020 में इस मद में राजस्व संग्रह बढ़कर 5325.34 करोड़ रुपये हो गया है। माह सितम्बर, 2020 में जीएसटी के तहत 3680.25 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ है। इसमें एसजीएसटी से प्राप्त 1695.81 करोड़ रुपये तथा आईजीएसटी से प्राप्त 1984.44 करोड़ रुपये का राजस्व सम्मिलित है।

वित्त मंत्री ने कहा कि वैट के अन्तर्गत जहां सितम्बर, 2019 में 1538.12 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था वहीं सितम्बर, 2020 में इस मद में राजस्व संग्रह बढ़कर 1645.09 करोड़ रुपये हो गया है। इसी प्रकार आबकारी के अन्तर्गत सितम्बर, 2019 में 1810.95 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहीत हुआ था जबकि सितम्बर, 2020 में इस मद में बढ़ोत्तरी दर्ज करते हुए 2140.61 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।

स्टाम्प तथा निबन्धन के अन्तर्गत माह सितम्बर, 2020 की प्राप्तियां 1428.88 करोड़ रुपये है जबकि माह सितम्बर, 2019 में इस मद में प्राप्ति 1170.83 करोड़ रुपये थी। करेत्तर राजस्व की प्रमुख मद भूतत्व एवं खनिकर्म में सितम्बर, 2019 में 120.89 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था जबकि सितम्बर, 2020 में इस मद में 182.33 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई है, जो कि सितम्बर, 2019 में संग्रहीत राशि से अधिक है।

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