राकेश टिकैत के दो बयान:नौजवानों का आह्वान- ट्रैक्टर हम चला लेंग

तुम ट्विटर चलाओ; विरोध- कुछ चैनलों का बहिष्कार करना पड़ेगा

किसान आंदोलन की आगामी रणनीति के लिए किसान मोर्चा की बैठक में भाग लेने सिंघु बॉर्डर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने दो तरह के बयान दिए। उन्होंने नौजवानों का आह्वान किया और कहा कि ट्रैक्टर को हम चला लेते हैं, ट्विटर चलाना नहीं अता। यहीं कमजोर हैं। नौजवानों को इसमें आगे आना चाहिए। वे ट्विटर चलाएं, ट्रैक्टर हम चला लेंगे।

दूसरी तरफ, उन्होंने भाजपा आईटी सेल और कुछ गोदी मीडिया चैनलों पर भी हमला बोला। टिकैत बोले कि किसान आंदोलन के दुष्प्रचार में लगे चैनलों की रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। उनका बहिष्कार किया जाएगा। भाजपा आईटी सेल बड़ा काम करती है। वह 20 हजार से लेकर ढाई लाख रुपए तक एक कर्मचारी पर खर्च करते हैं। उनका काम है कि किसान आंदोलन को तोड़ने की तरकीब सोचना।

राकेश टिकैत ने किसानों से कहा कि किसी की साजिश से हताश न हों, बहकावे में न आएं। हमारे नौजवानों को भी अब आगे आना चाहिए। वह ट्विटर संभालें, हम ट्रैक्टर संभाल लेंगे। आंदोलन तोड़ने के प्रयास में लगे मीडिया से हमें बचना है। वह हवा में बातें करते हैं। किसान विरोधी चैनलों की लिस्ट तैयार कर रहे हैं, जरूरत पड़ने पर उनका बहिष्कार कर देंगे।

अब उत्तर प्रदेश पर जोर रहेगा

राकेश टिकैत ने कहा कि मोर्चा की बैठक में कई मसलों पर चर्चा होगी। उत्तर प्रदेश में कहां-कहां बड़ी पंचायतें करनी हैं, तय किया जाएगा। 22 नवंबर को लखनऊ में पंचायत होनी है। इस पर भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड कोई छोटा कांड नहीं है। इस पर बैठक में समीक्षा करके आगामी फैसले लिए जाएंगे।

पूछेंगे- सरकार से किसी की बात हुई

टिकैत ने कहा कि सरकार के साथ कोई वार्ता नहीं हो रही है। फिर भी किसी नेता की सरकार से कोई अनौपचारिक बातचीत हुई हो तो उसकी भी जानकारी बैठक में साझा करने पर बोला जाएगा। किसान आंदोलन बढ़िया चल रहा है। 26 नवंबर को एक साल हो जाएगा। आगे क्या मूवमेंट रहे, इस पर बैठक में आपसी सहमति से फैसला लिया जाएगा। या तो केंद्र सरकार बात करना शुरू कर दे, नहीं तो हम भी अपने टेंट बदलने का काम शुरू कर देंगे।

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