राजस्थान केन्द्रीय मंत्री “शेखावत” बोले – विपक्ष ने झूठ बोलकर किसानों को भ्रमित किया

जोधपुर : स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संसद से पारित कृषि कानूनों पर कांग्रेस समेत विपक्ष पर झूठ बोलकर किसानों को भ्रमित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि यदि आज किसानों की इतनी चिंता हो रही है तो यूपीए सरकार 2006-2014 तक स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को तकिया बनाकर क्यों सोती रही? शेखावत ने कहा कि कृषि कानून बनाकर नरेंद्र मोदी सरकार ने सही मायनों में किसानों को आजाद करने का काम किया है।
 
राजस्थान भारतीय जनता पार्टी आईटी एवं मीडिया विभाग की ओर से बुधवार को आयोजित वर्चुअल प्रेस वार्ता में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने कांग्रेस और समूचे विपक्षी दलों पर निशाना साधा। प्रेसवार्ता में जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, जालोर व सिरोही जिले के प्रिंट व इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधि जुड़़े। संचालन करते हुए आरंभ में प्रदेश मीडिया सह प्रमुख नीरज जैन ने केन्द्रीय मंत्री का स्वागत किया। पत्रकारों से बातचीत में शेखावत ने कहा कि कांग्रेस ने झूठ बोलकर लोगों को सडक़ पर लाने का काम किया। ये देश के खिलाफ उसका षड्यंत्र है। न्यूनतम सर्मथन मूल्य (एमएसपी) समाप्त करने की बात कहकर कांग्रेस किसानों को भडक़ाने का काम कर रही है। सच तो यह है कि स्वामीनाथन आयोग ने एमएसपी औसत लागत से 50 फीसदी ज्यादा रखने की सिफारिश की, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा कभी नहीं किया। ये तो प्रधानमंत्री मोदी का 56 इंच का सीना और किसानों के प्रति संवेदना है, जिन्होंने इसे लागू किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने यूपीए की तरह केवल घोषणाएं नहीं कीं, बल्कि किसानों को फायदा देती है। 
 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन कानून पर भी भ्रम फैलाकर देश को बांटने की कोशिश की थी। तब कहा था कि बूथ-बूथ तक इस बात को लेकर जाएंगे, लेकिन उसके बूथों की हालत क्या है, सब जानते हैं। शेखावत ने तंज कसा कि झूठ पैदा तो किया जा सकता है, लेकिन उसे दौड़ाया नहीं जा सकता। कांग्रेस सीएए की तरह अब कृषि कानूनों पर किसानों में भ्रम फैलाने का काम कर रही है, लेकिन आज का युवा सब जानता है। राज्यसभा में क्या हुआ, सबने देखा है।
 
भाजपा सरकारें किसान हितैषी
राजस्थान का जिक्र करते हुए शेखावत ने कहा कि राज्य में भाजपा सरकारें सदैव किसान हितैषी रही हैं। किसान के बेटे को व्यापारी हमने बनाया। जोधपुर जीरा मंडी ने हजार गुना ट्रेड वृद्धि की है। अब यहां के किसानों को गुजरात समेत दूसरी जगह व्यापार में दिक्कत नहीं होगी। शेखावत ने कहा कि कृषि कानून से केवल किसानों के लिए नहीं, बल्कि व्यापारी के लिए भी आकाश खुला हुआ है, क्योंकि वो अब गुंटूर के किसान से मिर्च, मेघालय से हल्दी तो मेरठ से गुड़ आराम से खरीद सकेगा लेकिन, व्यापारी को भी विपक्ष भडक़ाने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन आयोग ने केवल एमएसपी की बात नहीं की है। उसने कम्प्लीट रिफॉर्म ऑफ एग्रीकल्चर की बात की। उसने सिंचाई, लैंड रिफॉर्म, वन मार्केट-वन नेशन, खेती के साथ पशुपालन आदि की बात की, जिस पर मोदी सरकार काम कर रही है।
इलेक्ट्रानिक प्लेटफार्म बनाया
शेखावत ने बताया कि स्वामीनाथ ने कहा था कि वन नेशन-वन मार्केट के रास्ते में जाना चाहिए। हमने इलेक्ट्रोनिक प्लेफार्म बनाया, जिसके तहत 35 हजार करोड़ का कारोबार हुआ है। राजस्थान के किसान को पहले हरियाणा या दूसरी मंडियों में मुंगफली, जीरा आदि की फसल बेचने में कितनी परेशानी आती थी, लेकिन अब वो आराम से अपनी जिंस कहीं भी बेच सकेगा। भंडारण के अभाव में 90 हजार करोड़ रुपए की फसल बर्बाद होती थी, लेकिन मोदी सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपए निवेश इस दिशा में हो रहा है। किसान लोकल को ग्लोब बनाने के लिए दस हजार करोड़ रुपए रखे गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने पर कहा कि राज्य के सभी सांसद इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं। शीघ्र ही वो दिन आएगा, जब सबको खुशखबरी मिलेगी।

 

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