बड़ी खबर: सुबह-सुबह घर में मिलीं 3 लाशें, माँ-बेटे और पिता की संदिग्ध मौत.. 6 माह का मासूम बना गवाह!

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में आज सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। लीलापुर थाना क्षेत्र के सगरा सुंदरपुर बाजार में एक घर से एक ही परिवार के तीन लोगों के शव बरामद किए गए, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतकों में मां, बेटा और बहू शामिल हैं, जबकि घर में मौजूद छह माह का मासूम बच्चा और एक बुजुर्ग महिला सुरक्षित मिलीं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है।
सुबह बंद कमरे में नहीं हुई कोई हलचल
स्थानीय लोगों ने बताया कि परिवार की दुकान सुबह तक नहीं खुली, जिससे शक हुआ। पड़ोसियों ने जब दरवाजा खटखटाया और अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और कमरे के अंदर तीनों के शव बेड पर पड़े मिले।
सुसाइड की आशंका, जहर से मौत की शुरुआती जांच
पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है, हालांकि कोई सुसाइड नोट घटनास्थल से बरामद नहीं हुआ है। शवों के पास किसी जहरीले पदार्थ के सेवन की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि तीनों की मौत रात में सोने के बाद हुई, जबकि बच्चा और बुजुर्ग महिला किसी तरह बच गए।
बच गई बुजुर्ग महिला, लेकिन मानसिक हालत ठीक नहीं
मौके पर मिली बुजुर्ग महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही है, जिससे घटना के सटीक कारणों का पता लगाना मुश्किल हो रहा है। पुलिस ने महिला को चिकित्सकीय निगरानी में रखा है और उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस जांच में जुटी, शव पोस्टमार्टम को भेजे गए
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रतापगढ़ पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी जांच में लगाया है। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। थाना लीलापुर के अधिकारी का कहना है कि हर एंगल से जांच की जा रही है – आत्महत्या, ज़हर, घरेलू कलह या कोई अन्य साजिश।
स्थानीय लोग स्तब्ध, पूरे इलाके में शोक की लहर
सगरा सुंदरपुर बाजार क्षेत्र में इस घटना ने गहरी छाप छोड़ी है। स्थानीय दुकानदार और पड़ोसी स्तब्ध हैं, क्योंकि मृतक परिवार व्यापार से जुड़े शांत और मिलनसार लोग थे। किसी को अंदेशा नहीं था कि इस तरह का त्रासदीपूर्ण अंत होगा।
जांच के बाद ही स्पष्ट होगी असली वजह
प्रतापगढ़ की यह त्रासदी कई सवाल खड़े कर रही है। बिना सुसाइड नोट के आत्महत्या की थ्योरी, बच्चा और बुजुर्ग महिला का बच जाना, और मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला की मौन भूमिका – यह सभी पहलू जांच का विषय बने हुए हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।