पोस्टर वॉर : प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा होना चाहिए?

दिल्ली में एक बार फिर पोस्टवार जारी हो गया है। दिल्ली के अलग अलग इलाकों में नए पोस्टर लगे दिखे। इन पोस्टर्स में लिखा है कि क्या भारत के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होने चाहिए? गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी की ओर से कुछ दिन पहले राजधानी में मोदी हटाओ देश बचाओ पोस्टर लगाए गए थे
आम आदमी पार्टी आज देश भर के राज्यों में पोस्टर प्रदर्शित कर रही है आम आदमी पार्टी की ओर से इशारा दिया गया सभी राज्य के जिला अध्यक्षों से लेकर कार्यकर्ताओं से आवाहन किया गया कि वह अपने-अपने राज्यों में पोस्टर चिपकाये। पोस्टर 11 भाषाओं में छपे हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसकी बात की जानकारी दी है जबकि पोस्टर वॉर के मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा था। केजरीवाल ने कहा था कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने भी उनके खिलाफ पोस्टर लगाने वालों को गिरफ्तार नहीं किया। आप ने केंद्र सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया और पूछा कि पोस्टरों के बारे में क्या आपत्तिजनक है।
आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि मोदी सरकार की तानाशाही चरम पर है। इस पोस्टर में ऐसा क्या आपत्तिजनक है कि मोदी जी ने 100 से अधिक एफआईआर दर्ज कर दी पीएम मोदी आप शायद नहीं जानते लेकिन भारत एक लोकतांत्रिक देश है। एक पोस्टर से इतना डर गए।अपने पोस्टरों पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा मुझे कोई दिक्कत नहीं है। कोई भी पोस्टर लगा सकता है। अगर लोग खुश हैं तो वे मेरी सराहना करेंगे अगर नहीं तो वे मेरे खिलाफ पोस्टर लगा सकते हैं।अरविंद केजरीवाल ने कहा मोदी हटाओ देश बचाओ पढ़ने वाले पोस्टर के संबंध में गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा किया जाए।

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