आवास योजना के बाद भी गिरती है गरीब की छत, मां बेटी की मौत!

मां बेटी के मौत से मचा हड़कंप।

उत्तर प्रदेश:मुजफ्फरनगर जनपद में देर रात उस समय चीख-पुकार मच गई जब लगातार हो रही बरसात के चलते एक गरीब के कच्चे मकान के एक कमरे छत भरभरा कर उस समय गिर गई जब कमरे के अंदर गरीब परिवार सोया हुआ था। जिसमें मलबे में दबकर मां बेटी की जहां दर्दनाक मौत हो गई तो वही पिता घायल हो गया जिसे मलबे से निकालकर पड़ोसियों द्वारा उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना की सूचना पर आलाधिकारी भी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना कर पीड़ित परिवार को दैवीय आपदा के अंतर्गत आने वाले मुआवजे को दिलाने का आश्वासन दिया। दरअसल घटना नगर कोतवाली क्षेत्र के नियाज़ीपुर गांव की है जहां पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही जबरदस्त बरसात के चलते शनिवार की देर रात अक्षय नाम के एक गरीब व्यक्ति के मकान में बने एक कच्चे कमरे की छत उस समय भरभरा कर गिर गई जब वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ कमरे में सोया हुआ था हादसे में अक्षय की एक 7 वर्षीय मासूम बेटी मानसी और 26 वर्षीय पत्नी कविता की मलबे में दबकर जहां दुखद मौत हो गई तो वही अक्षय घायल हो गया घटना के बाद आस पड़ोस के लोगों ने बामुश्किल तीनों को जब तक मलबे से बाहर  निकालकर जब तक जहाँ माँ बेटी की मृत्यु हो चुकी थी तो वही घायल पिता अक्षय को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम सदर परमानंद झा और सीओ सिटी आयुष विक्रम सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया।

इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए एसडीएम सदर परमानंद झा ने बताया कि आज लगभग 3:30 बजे बारिश के कारण अक्षय का मकान क्षतिग्रस्त हो गया एवं उसकी छत गिर गई जिसमें उसकी कविता नाम की पत्नी जो लगभग 26 साल की थी और उसकी लड़की मानसी उनका देहांत हो गया है, जैसे ही घटना की सूचना मिली तो पुलिस और हम लोग मौके पर आए व इनको लेकर के वहां गए, इनके और 2 कमरे हैं वह भी इसी तरह कच्चे ही है तो हम आपके माध्यम से कहना चाहेंगे कि इतनी बारिश हो रही है और यदि लोग कच्चे मकान में रह रहे हैं।

तो सावधानी से रहे और उसमे रात में ना सोए व इसको आप प्रसारित करें एवं विगत 2 दिनों से बहुत तेज बारिश हो रही है तो लोग संभल कर रहे हैं, अक्षय बिल्कुल ठीक है एवं उसे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी मिल गई है ।

व अब यह घटना दैवीय आपदा के अंतर्गत है तो हम इसमें जो भी मुआवजा मिलेगा उसमें हम मुआवजे की कार्रवाई की शुरुआत करेंगे।

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