पीएम मोदी ने ट्रंप से की बात तो नकल करने दौड़े इमरान, यूँ हुई फजीहत

370 को कमज़ोर करने के बाद से ही भारत सरकार के खिलाफ पाकिस्तान नीतियां-रणनीतियाँ बना रहा है। बिफरा हुआ पाकिस्तान रोज़ाना किसी देश के आगे हाथ फैलाता नज़र आता है। ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प से आधा घंटा बातचीत पाकिस्तान के लिए मुसीबतें बढ़ा गयी। सोमवार देर रात दोनों नेताओं ने टेलीफोन पर आधे घंटे तक कई मुद्दों पर बातचीत की। पीएम मोदी ने दोनों देशों के संबंधों और क्षेत्रीय मसलों को लेकर ट्रंप से चर्चा की। PM मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से साफ कह दिया कि पाकिस्तान को आतंकवाद का रास्ता छोड़ना ही होगा। खास बात ये भी रही कि पीएम मोदी के फोन के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी डोनाल्ड ट्रंप से बात की।

सोमवार रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से बात की जिसमे उन्होंने द्विपक्षीय सम्बन्धो के साथ साथ क्षेत्रीय शांति के मसले को लेकर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि ‘कुछ नेताओं द्वारा’ भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी क्षेत्रीय शांति के लिए लाभकारी नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण के निर्माण पर जोर दिया और ऐसे वातावरण में सीमा पार से आतंकवाद की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। इस बातचीत की जानकारी मिलते ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी राष्ट्रपति ट्रम्प से बात की। इमरान खान और डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत के दौरान क्षेत्रीय मुद्दों पर बात हुई, और ट्रंप ने इमरान से कहा कि वह भारत के साथ संबंधों में शांति बनाएं रखें। इसके साथ ही ट्रंप ने इमरान खान को आक्रामक बयान देने और आक्रामक रुख से दूरी बनाने की नसीहत दी। बातचीत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर दोनों नेताओं से बात करने की जानकारी दी। डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा कि ‘मैंने अपने दो अच्छे दोस्त भारत के प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की। इस बातचीत में ट्रेड, सामरिक साझेदारी और जम्मू-कश्मीर के हालात पर भी बात की। उन्होंने लिखा कि हालात मुश्किल हैं, लेकिन बातचीत अच्छी हुई।’

गौरतलब है कि अमरीका शुरुआत से ही कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के लिए अग्रसर रहा है, पर भारत ने किसी भी तरह के दखल से इनकार कर दिया था। हालाँकि 370 हटने के मुद्दे को अमरीका भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा बताया। 370 मामले में दूसरे देशो की तरह अमरीका भी पाकिस्तान से हाथ छुड़ाता नज़र आ रहा है।

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