पीलीभीत: मतगणना में देरी से प्रशासन पर लगे धांधली के आरोप

पीलीभीत  उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दो मई को हुई पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद जिला पंचायत सदस्यों को बुधवार को जीत के प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं जिसके बाद अधिकारियों पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। कई ऐसे उम्मीदवार थे जिनको आरओ ने मतगणना के दौरान विजय घोषित कर दिया था,लेकिन उनकी जगह दूसरे उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र देने का आरोप लगा है।

आरोपों का खंडन करते हुए एडीएम न्यायिक देवेंद्र मिश्र का कहना है कि मतगणना कर रहे कई कर्मचारी बीमार हो गए इसलिए देरी हुई है सभी आरोप निराधार है।

बसपा, सपा आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। वार्ड 20 से ज़फ़र सुपारी व वार्ड 21 से सपा के गयासुद्दीन को 3 मई को जीता हुआ बताया लेकिन दूसरे को जीत का प्रमाणपत्र दिया गया वही सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह व महामंत्री युसूफ कादरी का कहना है कि उनके 15 उम्मीदवार जीते लेकिन दूसरे लोगो को जीत का प्रमाणपत्र दिया गया।

बसपा के जिलाध्यक्ष चन्द्र शेखर आजाद ने भी मतगणना में धांधली के आरोप लगाए है। ऐसे में सभी ने सवाल उठाया गया है कि दो मई को शुरू हुई मतगणना तीन मई की रात में समाप्त हो गयी थी,तो आज 5 मई को क्यो जीत के प्रमाणपत्र दिए। जबकि उम्मीदवार लगातार प्रमाणपत्र मांग रहे थे।

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