शामली में महापंचायत की अनुमति निरस्त, किसान नेताओं ने कही ये बात

शामली. किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. इसी कड़ी में यूपी के शामली (Shamli) में शुक्रवार को भैंसवाल गांव में होने वाली किसानों  की महापंचायत को प्रशासन ने निरस्‍त कर दिया है. जिसे लेकर आयोजक और प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं. हालांकि शामली का मौसम फिलहाल खराब है रुक रुक कर बारिश हो रही है. लेकिन उसके बीच भी किसान अपनी तैयारियों में लगातार जुटे हुए हैं. आज होने वाली पंचायत को लेकर किसानों द्वारा प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी. लेकिन प्रशासन ने अनुमति को निरस्त कर दी है. उसके बावजूद भी किसान नेताओं का कहना है कि किसानों को पंचायत करने के लिए किसी के आदेश की जरूरत नहीं होती. आंधी आए बारिश आए हम इस पंचायत को कर के रहेंगे.

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वहीं इस पंचायत को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. जानकारी के अनुसार पंचायत स्थल पर सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी भी मौजूद है. किसान महापंचायत में हजारों की भीड़ पहुंचने की संभावनाएं जताई जा रही है. क्योंकि किसान नेता भी लगातार जनपद के अलग-अलग गांवों में भ्रमण कर किसानों से पंचायत में आने की अपील करने में जुटे हुए हैं. बता दें कि भैंसवाल गांव के गुरुकुल इंटर कॉलेज में किसान महापंचायत में राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत बतौर मुख्य अतिथि बुलावा भेजा गया है.

आयोजक रालोद जिलाध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन का कहना है कि प्रशासन अनुमति दे या न दे. पंचायत हर हाल में की जाएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन सत्ताधारी दल के इशारे पर अनुमति नहीं दे रहा है. वहीं, एसडीएम शामली संदीप कुमार ने बताया कि महापंचायत की अनुमति के लिए जांच रिपोर्ट में हजारों की संख्या में भीड़ एकत्र होने के कारण टकराव, उग्र प्रदर्शन और पथराव की आशंका व्यक्त करते हुए अनुमति को निरस्त किया गया हैं. उधर, जिले में धारा-144 लागू कर दी है, जो तीन अप्रैल तक रहेगी.

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