जम्मू कश्मीर में बदल रहा लोगों का मूड, जिला स्तर के चुनाव के नतीजों ने दिए संकेत

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में हुए जिला विकास परिषद इलेक्शन (District Development Council Election) के इस बार कई मायने निकाले जा रहे हैं। इस चुनाव रिजल्ट (Election Result) से जम्मू-कश्मीर का जो राजनीतिक परिदृश्य उभर रहा है उसे जानना अब जरूरी हो गया है। इस सिलसिले में कई सवाल और संदेश सामने आ रहे हैं। जिसमें चुनाव के नतीजों को अनुच्छेद 370 हटाने के केंद्र सरकार के फैसले पर आंका जा रहा है।

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खबरों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद इलेक्शन आठ चरणों में हुए है, इस चुनाव में लड़ाई सिर्फ सियासत तक सीमित नहीं है बल्की लड़ाई जम्मू-कश्मीर के सबसे बड़े मुद्दे की थी और बारूद, बम और गोली से दूर फ्री एंड फेयर इलेक्शन की थी। इस चुनाव में बीजेपी और जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की पार्टियों के बीच सीधी टक्कर थी।

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दरअसल जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35 ए खत्म होने के बाद पहली बार यहां चुनाव के परिणाम सामने आने पर पहला संदेश ये है कि जो पार्टियां 370 की बहाली तक किसी चुनाव में शिरकत न करने का दंभ भर रही थीं। जनता के सामने अपनी प्रसांगिकता साबित करने के लिए उन्हें भारतीय संविधान के दायरे में चुनाव में उतरना पड़ा।

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