‘खेमका परिवार’ के कातिल पर बड़ी अपडेट! BJP नेता-व्यापारी को दिनदहाड़े मारी गोली.. मौत, साजिश कर देगी हैरान

पटना में अपराध की एक सनसनीखेज घटना ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। 4 जुलाई 2025 की रात, गांधी मैदान थाना क्षेत्र में मैगध हॉस्पिटल के मालिक और भाजपा नेता गोपाल खेमका की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
चौंकाने वाली बात यह है कि 7 साल पहले, 2018 में, उनके बेटे गुंजन खेमका की भी वैशाली जिले में हूबहू इसी अंदाज़ में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब पूरा परिवार अपराधियों के निशाने पर है, और पुलिस की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
होटल पनाश के सामने मारी गई गोली
स्थान: राम गुलाम चौक के पास, होटल पनाश और ट्विन टावर के नजदीक
समय: रात 11:39 बजे (4 जुलाई 2025)
गोपाल खेमका जैसे ही अपनी कार से उतरे, तभी दो बाइक सवार हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी और मौके से फरार हो गए।
मौके से 9mm की गोली और खोखा बरामद हुआ है।
स्थानीय लोगों ने तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
देर से पहुंची टीम, SIT का गठन
घटना स्थल गांधी मैदान थाना से केवल 300 मीटर की दूरी पर था, फिर भी पुलिस करीब 1.5 घंटे बाद मौके पर पहुंची।
अब पटना पुलिस ने सिटी SP दीक्षा कुमारी के नेतृत्व में SIT गठित कर दी है और FSL टीम को भी जांच में लगाया गया है।
घटना स्थल के आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और संदिग्धों की पहचान की जा रही है।
बेटे गुंजन खेमका की भी हुई थी इसी तरह हत्या
20 दिसंबर 2018, वैशाली (हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र) में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी फैक्ट्री के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
गुंजन की कार में सवार ड्राइवर ने बताया था कि हमलावरों ने कार की खिड़की से सिर और सीने पर गोली मारी थी।
उस केस में भी आज तक मुख्य आरोपी पकड़े नहीं जा सके।
अब दोनों हत्याओं की कार्यशैली एक जैसी होने के कारण पुलिस इन्हें आपस में जोड़कर जांच कर रही है।
परिवार की पीड़ा और सवाल
गोपाल खेमका के भाई संतोष खेमका ने कहा:
“अगर गुंजन के हत्यारों को सजा मिल गई होती, तो आज गोपाल जीवित होते। पुलिस से पहले मीडिया और स्थानीय लोग पहुंचे। अब हम किससे सुरक्षा की मांग करें?”
कानून-व्यवस्था पर बड़ा हमला
पप्पू यादव (सांसद): “बिहार में गुनराज चल रहा है। पुलिस सो रही है। क्या एक बिजनेसमैन और नेता सुरक्षित नहीं?”
तेजस्वी यादव (RJD): “नीतीश कुमार की सरकार जंगलराज को फिर से लौटा लाई है।”
BJP नेताओं ने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने SIT जांच की बात कही और अपराधियों को जल्द पकड़ने का भरोसा दिया है।
गोपाल खेमका: एक सफल व्यवसायी की कहानी
शुरुआत: “औषधि मेडिको” नामक मेडिकल स्टोर से
विस्तार: मैगध हॉस्पिटल, पेट्रोल पंप, रियल एस्टेट, फैक्ट्री (कार्टन मिल)
परिवार:
- बेटा: गुंजन (मृत)
- बेटा: डॉ. गौरव (IGIMS में)
- बेटी: लंदन में निवासरत
सवालों के घेरे में बिहार की सुरक्षा व्यवस्था
इस दोहरे हत्याकांड ने साफ कर दिया है कि राजनीतिक और कारोबारी परिवार भी अब बिहार में सुरक्षित नहीं हैं।
दोनों हत्याएं एक ही पैटर्न पर हुई हैं — नज़दीक से फायरिंग, बाइक सवार हमलावर, और पुलिस की देर से कार्रवाई।
अब देखना होगा कि SIT जांच कोई ठोस परिणाम लाती है या यह केस भी फाइलों में गुम हो जाएगा।