बदमाश पडोसी करने लगा परमाणु हमले की मीटिंग ? क्यों इन 4 एयरबेस के तबाह होने से बैखलाया पाकिस्तान ?

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य तनाव ने अब बेहद खतरनाक मोड़ ले लिया है। पाकिस्तान द्वारा लगातार तीन दिन से भारत पर किए जा रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बड़ी कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के चार अहम एयरबेस और एक लॉन्च पैड को मिसाइल और ड्रोन अटैक से पूरी तरह तबाह कर दिया है।
पाकिस्तान के 4 बड़े एयरबेस और एक लॉन्च पैड तबाह
भारतीय सेना की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के जिन एयरबेस को निशाना बनाया गया है, वे हैं – नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी), मुरीद एयरबेस (चकवाल), आदमपुर एयरबेस (पंजाब प्रांत) और रफीकी एयरबेस (शोरकोट)। इसके साथ ही एक लॉन्च पैड भी पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, यहीं से भारत पर ड्रोन और मिसाइल हमले संचालित किए जा रहे थे।
कैसे हुआ हमला?
बीती रात पाकिस्तान ने भारत के चार राज्यों – पंजाब, गुजरात, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में ड्रोन और मिसाइल हमले किए। ये हमला रात करीब 8:30 बजे शुरू हुआ और भारत के 26 शहरों को निशाना बनाया गया। श्रीनगर एयरपोर्ट और अवंतीपोरा एयरफोर्स स्टेशन भी पाकिस्तान के निशाने पर थे। हालांकि, भारतीय मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया।
भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब
पाकिस्तान की सेना ने सिर्फ ड्रोन और मिसाइल ही नहीं दागे, बल्कि LOC के पार से उरी, तंगधार, केरन, मेंढर, नौगाम, आरएसपुरा, अरनिया और पुंछ सेक्टर में भी फायरिंग की। भारतीय सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की गोलीबारी और ड्रोन अटैक्स को मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान के हमले अब आम आबादी वाले इलाकों को भी निशाना बना रहे हैं।
पाकिस्तान के एयरबेस क्यों हैं इतने महत्वपूर्ण?
नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी):
1935 में बना यह एयरबेस पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के नजदीक है और सामरिक दृष्टि से बेहद अहम है। यहां से ड्रोन और मिसाइल सिस्टम ऑपरेट किए जाते हैं।
मुरीद एयरबेस (चकवाल):
यह एयरबेस पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है और ड्रोन निगरानी एवं संचालन में प्रमुख भूमिका निभाता है। भारत ने 1971 की जंग में भी इस पर हमला किया था।
रफीकी एयरबेस (शोरकोट):
यहां JF-17 और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों की तैनाती रहती है। रनवे, हैंगर, आधुनिक रडार और कम्यूनिकेशन सिस्टम से यह एयरबेस पूरी तरह लैस है।
आदमपुर एयरबेस (पंजाब प्रांत):
यह एयरबेस भी पाकिस्तान की वायुसेना की रणनीतिक तैयारियों का अहम केंद्र है। भारत के हमले ने यहां बड़ी क्षति पहुंचाई है, लेकिन नुकसान का पूरा आंकलन अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
परमाणु हथियारों पर पाकिस्तान का इशारा
भारत के इस कड़े जवाब के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बयान जारी कर कहा कि भारत ने उनके चार एयरबेस तबाह कर दिए हैं और अब वे मुंहतोड़ जवाब देंगे। साथ ही, पाकिस्तान ने नेशनल कमांड अथॉरिटी (NCA) की आपात बैठक बुलाई है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर फैसला लिया जा सकता है।
क्या है NCA? पाकिस्तान की परमाणु नीति की रीढ़
नेशनल कमांड अथॉरिटी (NCA) पाकिस्तान की सबसे अहम संस्था है, जिसे परमाणु हथियारों के निर्माण, नियंत्रण, सुरक्षा और उपयोग से जुड़ा हर निर्णय लेने का अधिकार है। इस संस्था की स्थापना साल 2000 में की गई थी और इसके बिना पाकिस्तान कोई भी परमाणु निर्णय नहीं ले सकता।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। सोशल मीडिया पर भारत के मिसाइल अटैक के वीडियो वायरल हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच तनाव अब युद्ध जैसे हालात की ओर बढ़ रहा है। भारत की सख्त नीति और जवाबी हमले से पाकिस्तान बौखला गया है और लगातार सीमा पर संघर्ष को बढ़ा रहा है।
क्या परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं भारत-पाकिस्तान संबंध?
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने नागरिकों और सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। पाकिस्तान द्वारा आबादी वाले क्षेत्रों पर हमले करने की निंदा की जा रही है। यदि पाकिस्तान NCA के माध्यम से परमाणु विकल्प पर विचार करता है, तो यह दक्षिण एशिया में गंभीर संकट की स्थिति पैदा कर सकता है।