प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष द्वारा सार्वजनिक तौर पर संविधान विरोधी विचार व्यक्त किया जाने पर आजमगढ़ जिला/शहर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

आजमगढ़ :- प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष द्वारा सार्वजनिक तौर पर अंग्रेजी समाचार पत्र में संविधान विरोधी ’देयर इज़ ए केस फॉर वी द पीपल टू इंब्रेस अ न्यू कॉस्टिट्यूशन’ शीर्षक नाम से लेख प्रकाशित कराए जाने पर कांग्रेसजनों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। सोमवार को जिला/शहर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष नदीम खान व शहर अध्यक्ष मिर्जा बरकतउल्लाह बेग के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य न्यायाधीश को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर संविधान की सुरक्षा का भरोसा दिलाए जाने की मांग किया।

महासचिव/आजमगढ़ मंडल प्रभारी सबीहुल हसन ने कहाकि देश के प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष विवेक देबरॉय के लेख में संविधान के बुनियादी संरचना को खत्म कर देने की वकालत के साथ उसमें वर्णित समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, न्याय, स्वतंत्रता और समानता जैसे शब्दों को हीनभावना के समान रखा गया है जो न सिर्फ़ संविधान विरोधी है बल्कि इन्हीं मूल्यों पर आधारित हमारे गौरवशाली स्वतंत्रता आंदोलन का भी अपमान है। जो इस लेख को राजद्रोह के दायरे में लाता है इसलिए यह हमारे संवैधानिक लोकतंत्र के विरुद्ध होगा कि ऐसे व्यक्ति अपने पद पर बने रहें। जिलाध्यक्ष नदीम खान ने कहाकि प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने अंग्रेज़ी समाचार पत्र द मिंट के 15 अगस्त 2023 के संस्करण में मौजूदा संविधान की जगह नया संविधान लाने की वकालत करते हुए ’देयर इज़ ए केस फॉर वी द पीपल टू इंब्रेस अ न्यू कॉस्टिट्यूशन’ शीर्षक से लेख लिखा।

उन्होंने कहाकि कोई भी व्यक्ति स्वतंत्र लेख लिखने को स्वतंत्र है लेकिन बतौर प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद् के अध्यक्ष ने अपने ही सरकारी ओहदे के साथ प्रकाशित कराकर उनकी मंशा संविधान में विश्वास रखने वालों के लिए कतई अच्छा संकेत नजर नहीं आ रहा। उनके लेख से स्पष्ट है कि उनके लेख में केंद्र सरकार की भावना छलकती है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। शहर अध्यक्ष नजम शमीम ने कहाकि भारतीय संविधान अद्वितीय है, इसकी रक्षा करने के लिए कांग्रेस अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार है।

उन्होंने मुख्य न्यायाधीश से मांग किया कि संविधान के अभिरक्षक होने के कारण पूरी कांग्रेस पार्टी की उम्मीदें हैं कि उक्त गंभीर मामले में आवश्यक हस्तक्षेप कर संविधान की सुरक्षा का भरोसा पूरे देश को दिलाया जाए। इस मौके पर मास्टर रिजवान, मोहम्मद अकमल उर्फ सब्बू, मिर्जा अहमर बेग, मोहम्मद आमिर, अजफर रिजवान शाहिद खान, तय्यब अंसार, अशफाक अंसारी, स्वदेश गुप्ता, प्रदीप यादव, मोहम्मद अजमल, मोहम्मद असलम, असीम आदि मौजूद रहे।

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