डायबिटीज वालों के लिए सबसे जरूरी है डिसिप्लिन : डॉ. प्रभात कुमार झा

बेगूसराय, 08 फरवरी

माध्यमिक शिक्षक संघ और बिहार पेंशनर समाज ना सिर्फ शिक्षकों और सेवानिवृत्त कर्मियों को कार्यालय कार्य मदद करता है, बल्कि उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी लगातार कार्यक्रम आयोजित करता है।

इसी कड़ी में एक बार फिर बुधवार को बेगूसराय जिला माध्यमिक शिक्षक संघ एवं बिहार पेंशनर समाज बेगूसराय के संयुक्त तत्वावधान में मेदांता हॉस्पिटल गुरुग्राम के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण एवं परिचर्चा आयोजित किया गया। सुहृद बाल शिक्षा मंदिर में आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण एवं परिचर्चा में बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी, शिक्षक संघ के प्रतिनिधि, शिक्षक एवं बुद्धिजीवी शामिल हुए।

इस अवसर पर मेदांता के निदेशक (इंटरनल मेडिसिन) डॉ. प्रभात कुमार झा ने डायबिटीज एवं हृदय रोग के संबंध पर विस्तार से चर्चा किया। परिचर्चा के दौरान उन्होंने लोगों के जिज्ञासा का भी समाधान किया। डॉ. प्रभात कुमार झा ने कहा कि डायबिटीज वालों के लिए सबसे जरूरी है डिसिप्लिन। दवा में कंबीनेशन का ध्यान रखें, डायबिटीज का 90 प्रतिशत इलाज मरीज के हाथ में है। फूड हैबिट का ध्यान रखें, डायबिटिक ही नहीं सभी लोगों को मिठाई से परहेज करना चाहिए। फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है, दवाई किसी और के सलाह नहीं बल्कि डॉक्टर के अनुसार लें।

उन्होंने कहा कि आज के दौर में मलाई, मिठाई, मक्खन और मेवा से दूर रहकर कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। दुनिया में कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसका साइड इफेक्ट नहीं हो, लेकिन सबके मानक अलग-अलग होते हैं। वैश्विक स्तर पर प्रकाशित होने वाले मेडिकल जनरल में डायबिटीज को लेकर लगातार गाइडलाइन बदलते रहता है। किसी भी पत्ते का जूस ले लेने की सलाह घातक हो सकती है।

यूट्यूब और वेबसाइट पर स्वास्थ्य के संबंध में दिए जा रहे ज्ञान पर विश्वास नहीं करना चाहिए। जांच परख कर डॉक्टर की सलाह के बाद ही उसे अपनानी चाहिए। दो तरह का मिक्स जूस भी खतरनाक होता है। जो भी करें सोच समझ कर करें, पहले लोग बहुत परहेज करते थे, लेकिन अब कांसेप्ट बदल गया है तो बीमारी भी तेजी से पांव पसार रही है। सभी बीमारी का इलाज अपने घर में ही है, लेकिन हम लोग ध्यान नहीं देते हैं और पैनिक हो जाते हैं। सिर्फ शिक्षा ही नहीं, प्रैक्टिकल जरूरी है, आज बड़े पैमाने पर लोग डिप्रेशन में जा रहे हैं और इसके कई अलग-अलग कारण हैं।

इंसुलिन लेने के बाद तेजी से पैदल नहीं चलना चाहिए। आज 80 प्रतिशत लोगों को गैस और हृदय की बीमारी हो रही है, इसका सबसे बड़ा कारण गलत दिनचर्या है। मोटे अनाज का अधिक से अधिक उपयोग, खाद्य सामग्री में प्रोटीन और न्यूट्रीशन की अधिकता, संतुलित दिनचर्या किसी भी बीमारी से बचा सकती है। परिचर्चा में भाग लेने आए डॉ. प्रभात कुमार झा का स्वागत बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष डॉ. सुरेश प्रसाद राय ने किया। इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमानंद चौधरी, अनिल पतंग, चितरंजन सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।

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