आतंकवाद को लेकर एनएसए अजीत डोभाल ने कुछ ऐसा कहा कि पाकिस्तान की नींद उड़ जाएगी

कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने मामले की हर बारीकी पर नज़र रखी थी। वे कश्मीर के हालत का जायज़ा लेने खुद कश्मीर पहुंचे थे। इसके बाद सोमवार को कश्मीर में जनसंचार पर प्रतिबन्ध हटाए जाने के बाद उन्होंने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर जोर दिया और कहा कि हम आतंकियों को खत्म करने में सफल हो रहे हैं, लेकिन अब हमारा अगला निशाना आतंकियों की विचारधारा को खत्म करना है।

सोमवार को नई दिल्ली में NIA से जुड़े एक कार्यक्रम में अजित डोभाल ने बताया कि किस तरह पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को अपने सिस्टम का हिस्सा बना लिया है, जिसका इस्तेमाल वह भारत के खिलाफ कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद पर कई बार बातें हुई हैं, हर कोई आतंक के खिलाफ 3 दशक से लड़ रहा है। आतंकवाद से लड़ना हर किसी की सोच में है, लेकिन आप आतंकवाद से सीधा नहीं लड़ते हैं क्योंकि आप सिर्फ आतंकियों को मारकर, हथियारों को खत्म कर, फंडिंग को रोकने पर ध्यान लगा रहे हैं और इसे ही लड़ाई का हिस्सा मान रहे हैं। इसलिए अब हमारा अगला निशाना आतंकियों की विचारधारा को खत्म करना है।

पाकिस्तान पर साधा निशाना

इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में जो आतंकवाद फैलाया जा रहा है वो स्टेट स्पोंसर्ड है, जिसमें सत्ता ही आतंकियों को बचाने का काम करती है। पाकिस्तान ने आतंकवाद को अपनी सिस्टम का हिस्सा बना लिया। पाकिस्तान में हर आतंकी केस को भी सामान्य केस की तरह देखा जाता है। पाकिस्तान सोचता है कि अपने इरादों को पूरा करने के लिए आतंकवाद सस्ता रास्ता है, जो सामने वाले को अधिक नुकसान पहुंचाता है।

आतंकवाद और आतंकी को जानना जरूरी : डोभाल

NSA अजित डोभाल बोले कि जब लोगों में आतंकवाद का डर बढ़ता है तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वो इसके खिलाफ लड़ाई को लड़ें। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए काफी बातें जरूरी हैं, सबसे पहले जानना जरूरी है कि आतंकी कौन है, उसे पैसा कहां से मिल रहा है, कौन उसकी मदद कर रहा है। आतंकवाद और आतंकी को जानना जरूरी है। इस जानकारी के बाद हमारी कोशिश एक्शन की होनी चाहिए, जिसमें उसे कमजोर करना, पैसों को रोकना, हथियारों को रोकना जरूरी है। इतना ही काफी नहीं है, हमें कानून के मुताबिक भी काम करना होता है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि तीन दशकों से आतंक के खिलाफ लड़ाई हो रही है, लेकिन उसके भविष्य को खत्म करना जरूरी है। उन्होंने भविष्य में आतंक को ख़त्म करने के लिए उसकी विचारधारा पर चोट करना जरूरी बताया।

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