जज साहिबा की ही कार ले गया चोर, बड़ा-बड़ा लिखा भी था “जज”.. चोरों के हौसले बुलंद, CCTV में हुआ कैद

दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में तैनात एक महिला जज की कार नोएडा स्थित उनके आवास के बाहर से चोरी हो गई। यह वारदात न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह दर्शाती है कि अब न्यायिक अधिकारियों तक की सुरक्षा पूरी तरह से दांव पर लग चुकी है।

सेक्टर-11 में महिला जज के घर के बाहर से चोरी हुई कार

यह सनसनीखेज मामला नोएडा के सेक्टर-11 का है, जहां दिल्ली की एक महिला जज रहती हैं। उनकी तैनाती फिलहाल एनआई एक्ट डिजिटल कोर्ट-2, कड़कड़डूमा कोर्ट, दिल्ली में है। जज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने 18 मई की रात अपनी कार घर के बाहर खड़ी की थी। कार पर ‘जज’ का अधिकृत स्टीकर भी लगा हुआ था। जब उन्होंने अगली सुबह कार को देखा, तो वह गायब थी।

सीसीटीवी में कैद हुआ चोर, रात 2:50 बजे की है वारदात

शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति को रात करीब 2:50 बजे जज के घर के बाहर घूमते और कार चोरी करते देखा गया। इसके बाद वह वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। यह पूरी घटना सीसीटीवी में साफ-साफ नजर आई, जिससे पुलिस को जांच में थोड़ी मदद मिली है।

पुलिस पर उठा भरोसे का सवाल, विशेष टीम गठित

घटना की गंभीरता को देखते हुए सेक्टर-24 थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम गठित की है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर कार बरामद की जाएगी। हालांकि, जज की कार चोरी हो जाना नोएडा पुलिस की कार्यप्रणाली और इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान लगाता है।

न्यायपालिका भी असुरक्षित? बढ़ती घटनाओं पर मंथन जरूरी

इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं। जब एक न्यायिक अधिकारी की कार उनके घर के बाहर से चोरी हो सकती है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कितनी कमजोर है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं पुलिस की गश्त और निगरानी व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती हैं।

अपराधियों के हौसले बुलंद, आमजन में डर

जज की कार चोरी की यह वारदात ना सिर्फ एक संवेदनशील मुद्दा है, बल्कि यह दर्शाती है कि नोएडा जैसे हाई-प्रोफाइल शहर में भी कानून का डर अपराधियों में कम होता जा रहा है। समय रहते ऐसी घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आम लोगों का प्रशासन और न्याय व्यवस्था से भरोसा उठना तय है।

Related Articles

Back to top button