राम मंदिर ट्रस्ट विवाद पर निर्वाणी अखाड़ा ने पीएमओ को भेजा लीगल नोटिस, जानिए क्या है मांग

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां चल रही हैं। खबर है कि भूमि पूजन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इस बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को लेकर एक बार फिर से विवाद खड़ा हो गया है। निर्वाणी छावनी के महंत धर्मदास ने प्रधानमंत्री कार्यालय को लीगल नोटिस भेज दिया है। नोटिस में बताया गया है कि निर्वाणी अखाड़ा का राम जन्म भूमि विवाद की कानूनी लड़ाई में अहम रोल है।

निर्वाणी अखाड़ा ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जगह ना मिलने पर नाराजगी जाहिर की है। महंत धर्मदास ने ट्रस्ट में निर्वाणी अखाड़ा को शामिल करने की मांग की है। नोटिस में महंत धर्मदास ने लिखा है कि 2 महीने के भीतर उन्हें नए राम मंदिर में पुजारी की भूमिका के लिए जाने का फैसला लिया जाए।

निर्वाणी अखाड़ा के महंत धर्मदास ने कहा कि अगर उनकी मांग पर विचार नहीं किया जाता है तो वह आगे कानूनी कार्रवाई करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई के दौरान निर्वाणी अखाड़ा भी में शामिल था। जिसके बाद से ही धर्मदास ने राम मंदिर के पुजारी की गद्दी पर अपना दावा किया है। राम मंदिर ट्रस्ट में वह पुजारी बनना चाह रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने यह निर्णय लिया है।

बता दे कि अयोध्या जमीन विवाद पर फैसला सुनाते समय सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया जाएगा। इसके बाद मोदी सरकार की ओर से 15 सदस्य ही ट्रस्ट का गठन भी किया गया था। स्ट्रेस का नाम रखा गया है श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट। इस ट्रस्ट की जिम्मेदारी राम मंदिर निर्माण और उसकी सारी व्यवस्थाओं को देखने की होगी।

Related Articles

Back to top button