इधर राहुल गांधी भर रहे थे उड़ान, उधर ‘INDIGO’ की फ्लाइट से टकराया पंछी.. फिर जो हुआ वो उड़ा देगा होश !

बुधवार सुबह 8:42 बजे उड़ान भरने के तुरंत बाद एक बर्ड स्ट्राइक (bird strike) की चपेट में आ गई। प्लेन के एक इंजन में कंपन महसूस होने पर पायलट ने 10 मिनट में ही पटना एयरपोर्ट लौटने का निर्णय लिया, जिससे सभी 175 यात्रियों और चालक दल की जान सुरक्षित रह गई।

क्या है बर्ड स्ट्राइक?

बर्ड स्ट्राइक तब होता है जब उड़ान के दौरान पक्षी विमान से टकरा जाता है—विशेषकर टेकऑफ़ और लैंडिंग के समय। यह इंजन या विंडशील्ड को प्रभावित कर गंभीर तकनीकी समस्या पैदा कर सकता है ।

उड़ान IGO5009 की आपात वापसी

टेकऑफ टाइम: 8:42 सुबह, पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से

तुरंत भूमिका: ATC को इंजन कंपन की सूचना दी गई और पायलट ने वापसी की मंज़ूरी मांगी। एयरपोर्ट ने “लोकल स्टैंड‑बाय” घोषित किया।

लैंडिंग: 9:03 morgens सुरक्षित लैंडिंग, रनवे 7 पर

पंखों के निशान

लैंडिंग के बाद रनवे पर मृत पक्षी के अवशेष पाए गए, जो स्पष्ट संकेत हैं कि इंजन को पक्षी ने प्रभावित किया ।

सभी यात्रियों की सुरक्षा

हवाई अड्डा अधिकारियों और इंडिगो के बयान के अनुसार, सभी 175 यात्री और चालक दल सुरक्षित और स्वस्थ हैं। एयरलाइन ने प्रभावित फ्लाइट का निरीक्षण शुरू कर दिया है और सभी यात्रियों को नई फ्लाइट या रिफंड की पेशकश की जा रही है।

सुरक्षा उपाय और विमानन चुनौतियां

यह इंडिगो की दूसरी ऐसी घटना है—कुछ ही दिनों पहले रांची-आगामी फ्लाइट को वल्चर स्ट्राइक के चलते रांची में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी ।

DGCA बताती है कि पक्षी अक्सर टेकऑफ़/लैंडिंग मार्ग में आते हैं। कोलकाता जैसे हवाई अड्डों ने सफाई अभियान, सोनिक डिटरेंट जैसे उपाय करके पक्षी टकराव घटाया है ।

पटना एयरपोर्ट के आसपास कई बूचड़ख़ानों और खुली जगहों की वजह से पक्षियों की संख्यात्मक उपस्थिति अधिक है, जिसे लेकर राज्य ने केंद्र से मल्टीडिसिप्लिनरी टीम भेजने की मांग की है ।

आगे की जांच और प्राथमिकताएँ

विमान और इंजन का गहन निरीक्षण किया जाएगा।

DGCA और AAI द्वारा पटना एयरपोर्ट पर जमीनी अड़चनों की समीक्षा होगी।

यात्रियों के लिए फ्लाइट रि-रिजर्वेशन और रिफंड प्रक्रिया शुरू है।

पक्षी नियंत्रण और हटाए गए अवशेषों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

इंडिगो 6E‑5009 की यह घटना पायलट की तत्परता, नियमित सुरक्षा ट्रेनिंग और एयरट्राफिक कंट्रोल की प्रभावशाली प्रतिक्रिया का जीता-जागता उदाहरण है। लेकिन यह घटना एविएशन में पक्षी टकराव की गम्भीरता को दोबारा उजागर करती है — विशेषकर छोटे-से-मध्यम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के आसपास।

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