नई दिल्ली : शिकायतकर्ता ने ही रची थी 25 लाख की लूट की साजिश, दो नाबालिग समेत सात पकड़े गए

नई दिल्ली। द्वारका सेक्टर-9 मेट्रो स्टेशन के पास स्थित रेड लाइट पर हुई 25 लाख रुपये की लूट की वारदात को द्वारका साउथ थाने की पुलिस ने सुलझाते हुए दो नाबालिगों समेत 7 आरोपितों को पकड़ा है। लूट के 24 घंटे के भीतर वारदात को सुलझाने के साथ ही पुलिस टीम ने लूटी गई रकम में से बीस लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। इसके अलावा आरोपितों के पास से पुलिस ने चोरी की स्कूटी और बाइक भी बरामद की।
द्वारका जिले के डीपीसी संतोष कुमार मीणा ने बताया गत 19 अक्टूबर की दोपहर द्वारका सेक्टर-9 मेट्रो स्टेशन की लाल बत्ती के पास चाकू के बल पर वैभव सिंघल नामक शख्स से तीन बदमाशों द्वारा 25 लाख रुपये की लूट की सूचना पुलिस को मिली थी। घटना के समय पीड़ित अपने अंकल को रुपये देने जा रहा था। शिकायत पर जब पुलिस ने जांच शुरू की तो शुरुआती जांच के बाद पुलिस के संदेह के घेरे में दोनों चाचा-भतीजे आ गए। पूछताछ के दौरान जांच में वे सहयोग भी नहीं कर रहे थे। उधर, पुलिस की टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर दक्षिणपुरी निवासी आकिब उर्फ जावेद को हिरासत में ले लिया। जब उससे पूछताछ कर कड़ी जोड़ी गई तो पता चला कि शिकायतकर्ता वैभव सिंघल ही लूट का मास्टरमाइंड है और उसी के इशारे पर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है।
इसका पता चलने के बाद पुलिस ने आरोपित आकिब की निशानदेही पर वैभव सिंघल समेत कृष नेगी, राहुल व आयूष सिंघल को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा वारदात में शामिल दो नाबालिगों को भी पकड़ा। जांच में पता चला कि मुख्य आरोपित वैभव सिंघल ने स्नातक तक की पढ़ाई की है और कपिल अग्रवाल नामक शख्स के पास कमीशन पर काम करता है। घटना के समय वह कपिल अग्रवाल से 25 लाख रुपये लेकर अपने अंकल विजय गर्ग को देने जा रहा था। जबकि दूसरा आरोपित आयूष सिंघल ​वैभव का भाई है। नाबालिगों के अलावा गिरफ्तार किसी भी आरोपी का कोई भी पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है।

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