गोरखपुर में मिला तीसरा कोरोना पाजेटिव, मुंबई से इलाज कराकर लौटा रेलवे का कर्मचारी निकला कोरोना पाजेटिव

गोरखपुर । मुम्बई से इलाज कराकर गोरखपुर लौटे रेलवे के समस्तीपुर डिवीजन में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी तिलकराम पुत्र सीताराम की जांच रिपोर्ट कोरोना पाजेटिव आने के बाद से गोरखपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तीन हो गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोरखपुर शहर के सर्वोदयनगर, बिछिया निवासी तिलकराम अपने बेटे शंकर और पत्नी राधादेवी के साथ थ्रोड कैंसर का इलाज कराने के लिए मुम्बई स्थित टाटा हॉस्पिटल गए और लॉक डाउन के समय वही फंस गए।

28 अप्रैल की शाम को वह मुम्बई से एम्बुलेंस द्वारा गोरखपुर के लिए निकले और 30 अप्रैल को भोर के लगभग 3 बजे सहजनवां चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस की मुस्तैदी से जिला अस्पताल पहुंचे।

सुबह लगभग 4:20 बजे डॉ0 द्विवेदी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गोरखपुर जिले में कोरोना सेल के प्रभारी प्रवीण सिंह को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंचे कोरोना प्रभारी प्रवीण सिंह और इंस्पेक्टर एलआईयू ने निर्णायक भूमिका निभाते हुए परिवार समेत एम्बुलेंस के चालक व परिचालक को 100बेड टीबी हॉस्पिटल पर क्वॉरेंटाइन में भेज दिया जहां सबका नमूना लिया गया और फिर तिलकराम को छोड़कर सबकी रिपोर्ट निगेटिव आयी।

एक बार फिर दिखी गोरखपुर पुलिस की सक्रियता

गोरखपुर में जांच के बाद कोरोना पाजेटिव आये लगातार दो मामलों में संक्रमण को सिर्फ एक व्यक्ति तक रोक देने में पुलिस की बहुत अहम भूमिका रही है।

इस संबंध में जिले के कोरोना प्रभारी सीओ क्राइम प्रवीण सिंह में बताया कि गोरखपुर में तैनात कोविड-19 टीम ने तीसरे मरीज़ की रिपोर्ट आने से पहले ही मरीज और उसके साथ के लोगों का सिजरा तैयार कर लिया गया था।
तिलकराम को छोड़कर परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर बेटे शंकर को घर जाने दिया गया था जिसे बाद में फिर क्वॉरेंटाइन कर दिया गया । हालांकि पुलिस ने सर्विलांस की सहायता से शंकर से मिलने वालों को भी ट्रेस कर लिया। शंकर इस बीच अपनी दो बहनों के अलावा अपने एक मित्र से मिला था।

कोविड 19 टीम जिले में आने वालों पर रखती है नज़र

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर डॉ सुनील गुप्ता द्वारा बनाई गई कोविड-19 टीम कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है । टीम के प्रभारी का दायित्व सीओ क्राइम प्रवीण सिंह बखूबी निभा रहे हैं ।जबकि टीम के प्रवेक्षण की ज़िम्मेदारी तेजतर्रार आईपीएस और पेशे से डॉक्टर रहे डॉ0 कौस्तुभ निभा रहे हैं।

जिले की कोविड-19 टीम प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट जिले के पुलिस कप्तान के साथ कोविड-19 टीम का प्रवेक्षण कर रहे पुलिस अधीक्षक (नगर), जिलाधिकारी गोरखपुर और सीएमओ गोरखपुर को देती है।

टीम गोरखपुर जिले में प्रवेश करने वाली प्रत्येक एंबुलेंस का हिसाब किताब रखने के साथ ही जिले के बाहर से आए तमाम लोगों पर निगाह रखती है।

टीम के प्रभारी सीओ क्राइम प्रवीण सिंह ने बताया कि उनके पास पिछले 48 घंटे में जिले में आई हर एंबुलेंस का रिकॉर्ड मिलेगा ।

उन्होंने बताया कि 29 से 30 अप्रैल के बीच 24 घण्टे में शहर के अंदर 326 एंबुलेंस ने प्रवेश किया जबकि 30 अप्रैल से 1 मई के दौरान 24 घण्टे में 208 एंबुलेंस गोरखपुर शहर में आयी।

उन्होंने बताया कि कोई भी मरीज जब बीआरडी मेडिकल कॉलेज, 100 बेड टीवी हॉस्पिटल, जिला चिकित्सालय या चरगांव सीएचसी पर आता है तो कोविड-19 प्रत्येक मरीज की कुंडली बनाकर तैयार कर लेती है। ऐसे लोगों की गोपनीय सर्विलांस रिपोर्ट प्रतिदिन सांय 8:00 बजे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के सामने वह स्वयं प्रस्तुत करते हैं।
कोविड-19 के प्रभारी ने बताया कि अब तक बीआरडी मेडिकल कॉलेज, 100बेड टीवी हॉस्पिटल समेत जिला अस्पताल में आए सभी लोगों का पूरा सिजरा मिल जाएगा।

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