Sonam Raghuvanshi Part-2! आसिफ के लिए दिशा ने पति को दी दर्दनाक मौत.. बेड पर जो किया, वो होश उड़ा देगा

नागपुर के तरोडी खुर्द इलाके में एक दर्दनाक हत्या की सिलसिला सामने आया है। पुलिस की गिरफ्त में आई 30 वर्षीय दिशा रामटेके और उसके प्रेमी आसिफ ‘राजाबाबू टायरवाला’ ने मिलकर बीमार पड़े एवं पक्षाघात से ग्रस्त चंद्रसेन रामटेके (38) की जान ले ली। यह घटना पूरे इलाके में सनसनी मचा गई, क्योंकि इसमें प्यार ही मौत की वजह बन गया।
पत्नी ने पति पकड़े रखे, प्रेमी ने घुटनों से दबाया गर्दन
पुलिस बयानों के अनुसार, हत्या 4 जुलाई को दोपहर 2:30 बजे से 3:30 बजे के बीच हुई। दिशा ने अपने दो शिशु बालकों को घर पर छोडकर अपने बीमार पति की बांहें पकड़कर उन्हें स्थिर रखा। तब आसिफ ने तकिए से उनका नाक-मुंह और गला दबाकर हत्या कर दी।
मजबूरी से रिश्ते की टूटन
बीमारी की वजह से बेड रिहैब में पड़े चंद्रसेन को दिशा एक साल से देखभाल कर रही थी। घर चलाने के लिए उसने ड्राइविंग सीखकर, जेवर गिरवी रखकर पानी की सप्लाई का व्यवसाय शुरू किया । इसी दौरान उसकी आसिफ नामक व्यक्ति से दोस्ती हुई, जो स्थानीय गाराज संचालक है। कुछ महीने पहले चंद्रसेन को उनकी बातचीत की जानकारी हुई और उसने दिशा को तलाक की धमकी दी । इस धमकी के बाद दिशा और आसिफ ने मौत की साजिश रची।
गला दबाने से हुई मौत
हत्या के बाद दिशा ने दावा किया कि पति की मौत बीमारी के कारण हुई, लेकिन 5 जुलाई को सरकारी मेडिकल कॉलेज नागपुर में पोस्टमॉर्टम में स्पष्ट हुआ कि चंद्रसेन की मौत घुटनों और तकिए से गला दबाए जाने की वजह से हुई है । इस विवरण पर पुलिस को हत्या की पुष्टि हुई।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई: पुलिस ने दर्ज की हत्या की FIR
वथोड़ा थाना के Assistant PI संतोष सपाटे के नेतृत्व में दोनों आरोपी गिरफ्तार किए गए। दिशा और आसिफ ने पुलिस पूछताछ में घटना की पूरी जमानत स्वीकार की। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 302 (हत्या) व 34 (सामूहिक दोष) के तहत केस दर्ज कर गहन जांच शुरू कर दी है।
परिवार में अराजकता और सुरक्षा चिंता
यह क्रूर घटना नागपुर के तरोडी खुर्द क्षेत्र को हिला कर रख दिया। स्थानीय लोगों में भय का माहौल है, क्योंकि एक रिश्ते के अंदर छिपा घटित शक और प्रेम ने परिवार जीताड़ा कर दिया। पुलिस ने इक्का दुक्का चौकसियाँ बढ़ा दी हैं, और आसपास के इलाकों में विशेष निगरानी के निर्देश जारी किए हैं।
जब मोहब्बत बनी जानलेवा हथियार
दिशा और आसिफ की आपराधिक साजिश ने यह स्पष्ट कर दिया कि किस कदर विरोधी स्थिति और प्रेम के चक्रव्यूह में इंसान विनाशकारी कदम उठा सकता है। यह केस सामाजिक और नैतिक सवाल उठाता है: जब घर ही जहालत बन जाये, तब प्यार कब बनता है विस्फोट — और कब मौत।