Viral Video: बड़े नेता के बेटे का ड्रामा! चलती कार में लड़कियों को गालियां, इंफ्लुएंसर को धमकाया और उतारी शर्ट

रविवार रात अंधेरी इलाके में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे के साथ ДТП के बाद MNS नेता जावेद शेख के बेटे राहिल शेख का प्रदर्शन आमजन की नज़रों में आया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे महाराष्ट्र में तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया शुरू हो गई।

ड्रंक एंड अर्धनग्न, कार टकराई और शुरू हुआ अभद्र व्यवहार

राजश्री मोरे (राजीखा सावंत की करीबी) ने बताया कि राहिल ने शराब पीकर उनकी कार में टक्कर मारी। वीडियो में राहिल शेख आंशिक रूप से नंगे अवस्था में गाली-गलौज करता, पुलिस के साथ बहस करता और धमकाता भी दिखाई दे रहा है।

वीडियो में स्पष्ट दिखाई धमकियाँ: “मैं जावेद शेख का बेटा हूँ…”

वीडियो क्लिप में राहिल पुलिस पर कहता दिखाई दे रहा है: “XXX पैसे ले लो… मैं जावेद शेख का बेटा हूँ, फिर तुम देखना क्या होगा।”

रिपोर्ट्स के अनुसार, राहिल ने पुलिस से सहयोग से इन्कार किया और राजश्री को धमकाया कि वे शिकायत दर्ज न करवाएँ।

FIR दर्ज, थाने में केस शुरू

राजश्री मोरे ने अंधेरी-आम्बोली क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई। मामले में नशे और कार दुर्घटना से संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई शुरू हुई है। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है।

 राजनीतिक विवाद: शिवसेना नेता की तीखी आलोचना

शिवसेना (ई. शिवसेना–शिंदे गुट) नेता संजय निरुपम ने वीडियो को ‘मनसे के मायावी मराठी स्वाभिमान का असली चेहरा’ बताया। निरुपम ने MNS नेता को निशाना बनाते हुए कहा:

“ड्रंक, आधा नग्न, और मराठीभाषी महिला को गाली—फिर भी बाप के रसूख पर भरोसा… ये वही लोग हैं जो मराठी संस्कृति के रक्षक बनने की बात करते हैं।”

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या MNS केवल हिंदुओं पर हमला कर रही है, आखिरकार “ये मुस्लिम दबाव वाले लोग” कौन हैं?

भाषा और संस्कृति पर पहले से टकराव

राजश्री मोरे पहले भी मेराठी भाषा थोपने की MNS की नीति पर सवाल उठा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि मराठी लोग भी अपने काम को लेकर संवाद बनाएँ; मुंबई की लाइफ-लाइन प्रवासी हैं।

इस बयान के बाद MNS कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर धारा 295, 298 इत्यादि के तहत कार्रवाई की थी। राजश्री ने बाद में माफी माँगी और वीडियो हटा दिया था।

अब क्या होगा? आगे की संभावित कार्रवाई

पुलिस जांच का फ्रेमवर्क: FIR के तहत नशा, आपराधिक धमकी, पेट्रोलिंग नियम उल्लंघन, और महिला के सम्मान को चोट पहुँचाने वाले कृत्यों की जांच।

राजनीतिक दबाव: शिवसेना की तीखी प्रतिक्रिया के चलते राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से तेज़ी से कार्रवाई की उम्मीद।

लोकप्रिय महसूस: इस मामले में अब सोशल मीडिया, स्थानीय मीडिया और राजनैतिक पार्टियों द्वारा जनता की धारणा सक्रिय रूप से प्रभावित की जाएगी।

यह घटना स्थानीय राजनीति, मराठी-महत्त्व और ड्रग/शराब के सेवन में कार चलाने जैसे-sensitive मुद्दों को जोड़ते हुए चर्चा में आई है। राजश्री मोरे ने गलियों से लेकर सोशल मीडिया तक अपनी आवाज़ उठाई, और MNS नेता पुत्र के कृत्यों ने जात-पात और भाषा के नाम पर हो रहे आख़िरकार राजनीतिक दांव-पेंचों को फिर से ताज़ा कर दिया है।

 

 

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