सांसद रवि किशन ने गोरखपुर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की ससंद में की मांग

गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने गुरूवार को संसद में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग की । जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ सांसद थे तब भी उन्होंने इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग की थी। सांसद रवि किशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के सफल नेतृत्व के चार वर्ष पूरे होने पर ढेरो शुभकामनाएं देते हुए उनके प्रति आभार भी व्यक्त किया। गोरखपुर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रहा है और आज यह प्रदेश का एक उन्नत शहर बनने की ओर अग्रसर है। उत्तर प्रदेश के साथ ही यह नेपाल और बिहार के बड़े हिस्से के केंद्र के रूप में भी जाना जाता है। शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्यम के हिसाब से भी यहाँ अपार संभावनाएं हैं और योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में विकास के पथ पर अग्रसर है। यहाँ स्थित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में आजाद भारत का पहला विश्वविद्यालय है। यहां पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पश्चिमी बिहार और नेपाल से भी बड़ी संख्या में छात्र पढ़ने आते हैं। यह विश्वविद्यालय राज्य सरकार द्वारा संचालित किया जाता है। 1 सितम्बर ,1957 से विश्वविद्यालय में अध्ययन – अध्यापन का कार्य आरम्भ हो गया था । अवध विश्वविद्यालय,  अयोध्या, जौनपुर विश्वविद्यालय, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय इसी के अंग रहे हैं। मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय भी पूर्व में इसका एक संकाय रहा है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज इसी विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित होता है। इस विश्वविद्याल्य का प्रांगण लगभग 300 एकड़ में फैला हुआ है।
वर्षो से इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाये जाने की माँग उठती रही है। योगी आदित्यनाथ म जी ने सांसद रहते हुए इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने को लेकर अनेक बार प्रयास किया था ।आज गोरखपुर में एम्स की स्थापना हो चुकी है। यह शहर एक्सप्रेस वे और रेलवे से व्यापक पैमाने पर जुड़ा हुआ है। चीन और नेपाल का सीमवर्ती शहर होने के कारण इसका विशिष्ट सामरिक महत्व है। गोरखपुर मानव संसाधन से समृद्ध है, जिसमें अधिकांश युवा हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बन जाने से न सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश को बल्कि पश्चिमी बिहार और नेपाल के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। अंतरराज्यीय विश्वविद्यालय माना जाने वाला यह विश्वविद्यालय अपार संभावनाओं के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विश्वविद्यालय की तरह शिक्षा नहीं दे पा रहा है। शैक्षणिक गुणवत्ता भी केंद्रीय विश्वविद्यालय की तरह नहीं है। पूर्वांचल के विकास को देखते हुए इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाना नितांत आवश्यक है।
अतः संसद के माध्यम से केंद्र सरकार से अनुरोध है कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा अविलम्ब प्रदान की जाए। सांसद रवि किशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल के चार वर्ष पूरे होने पर उन्हें शुभकामनाएं दी एवं उनके प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महराज जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश की ओर अग्रसर है।इन चार वर्षो में उत्तर प्रदेश ने हर क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास किया है।आज उत्तर प्रदेश अन्य प्रदेशो के लिए एक उदाहरण के रूप में है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश से अपराध और अपराधियों को साफ कर एक स्वच्छ और सुरक्षित समाज की स्थापना की है।आप के सफल नेतृत्व और मार्गदर्शन की हम सदैव कामना करते है।

Related Articles

Back to top button