मानसून सत्रः संसद में बिना चर्चा के पास हुए ये बिल, देखें लिस्ट

नई दिल्ली. संसद के मौजूदा मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) में विपक्ष (Opposition) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुआई वाली एनडीए सरकार (NDA Government) पर बिना चर्चा के बिल पास कराने का आरोप लगाया है. विपक्ष की दलील है कि केंद्र सरकार उनके वैध अधिकारों से उन्हें वंचित कर रही है. आइए आपको बताते हैं कि संसद के मौजूदा मानसून सत्र में कौन-कौन से बिल बिना चर्चा के पास हुए हैं.

किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण) संशोधन विधेयक- 2021: संसद के मौजूदा सत्र में पास किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण) संशोधन विधेयक जिला और एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को गोद लेने संबंधित आदेश जारी करने और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट सहित बच्चों के कल्याण से जुड़े प्राधिकरणों के कार्यों की जांच का अधिकार देता है. यह कई अपरिभाषित अपराधों को भी परिभाषित करता है, जहां कोई न्यूनतम सजा निर्धारित नहीं है.

साधारण बीमा कारोबार (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021: लोकसभा ने सोमवार को इस बिल को पास किया. इससे सरकार को सरकारी बीमा कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम करने में मदद मिलेगी. साथ ही सरकार को विनिवेश के लक्ष्य को हासिल करने में भी मदद मिलेगी. विनिवेश का आशय सरकार द्वारा सरकारी कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेचने से है. इस बिल के मुद्दे पर सरकार की दलील थी कि इससे आय बढ़ाने में मदद मिलेगी, तो विपक्ष ने विरोध करते हुए कहा कि यह बिल जनता के खिलाफ है.

 

बिल का विरोध करते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “विपक्ष के अधिकारों को धता बताते हुए सरकार एक के बाद एक विधेयक बिना चर्चा के पास करा रही है. इस बिल का कार्यसूची में बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की ओर से कोई जिक्र नहीं था.”वहीं टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने सोमवार को ट्वीट किया और लिखा, “संसद के मौजूदा सत्र के पहले 10 दिनों में मोदी और शाह की जोड़ी ने 12 बिल पास कराए और एक बिल औसतन सात मिनट में पारित हो गया है. कानून बना रहे हैं या पापड़ी चाट!उधर, सरकार की दलील है कि विपक्ष संसद नहीं चलने दे रहा है, जिसके चलते विधेयकों पर चर्चा नहीं हो पा रही है.

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